कहा कि, “वो बड़े हैं, मैं उनकी इज्जत करता हूं, कदर करता हूं. मैं जरूर बबुआ हूं, लेकिन अब यही बबुआ लोग नया जनरेशन सेट करेंगे. मैं एज़ ए बबुआ ही यहां काम करना चाहता हूं, किसी का बाप नहीं बनना चाहता जैसे वो बन गए हैं.
- वर्तमान विधायक के बयान पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने दिया जवाब
- बक्सर में नई पीढ़ी के नेतृत्व को लेकर बढ़ी राजनीतिक हलचल
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक बयानबाजी ने जोर पकड़ लिया है. भाजपा समर्थित प्रत्याशी आनन्द मिश्र ने एक इंटरव्यू के दौरान बक्सर के वर्तमान विधायक के हालिया बयान पर तीखा लेकिन संयमित पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि, “वो बड़े हैं, मैं उनकी इज्जत करता हूं, कदर करता हूं. मैं जरूर बबुआ हूं, लेकिन अब यही बबुआ लोग नया जनरेशन सेट करेंगे. मैं एज़ ए बबुआ ही यहां काम करना चाहता हूं, किसी का बाप नहीं बनना चाहता जैसे वो बन गए हैं. मैं अपने बक्सर का बबुआ हूं, और एक बबुआ ही अपने घर का ख्याल रखता है, जिम्मेदारी उठाता है — तो एज़ ए बबुआ मैं काम करूंगा.”
आनन्द मिश्र ने आगे कहा कि जितने भी ये पिता समान लोग हैं, उनसे वे मार्गदर्शन लेते रहेंगे. उन्होंने कहा, “उन्होंने भी 10 साल गुज़ारे हैं, तो बाद में मैं उनसे पूछूंगा कि जो आपसे न हो पाया, बताइए — मैं उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा.”
पत्रकार द्वारा जब यह सवाल किया गया कि वर्तमान विधायक ने कहा है “आनन्द मिश्र अभी बबुआ हैं, उनकी औकात नहीं कि बक्सर में जीत जाएं,” इस पर आनन्द मिश्र ने विनम्र लेकिन दृढ़ स्वर में जवाब दिया —
“जिनका काम था, वो न कर पाए — अब बबुआ करेगा!”
उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. मिश्र के समर्थक इसे युवा नेतृत्व की नई शुरुआत बता रहे हैं. वहीं, कई राजनीतिक विश्लेषक इस टिप्पणी को बक्सर की राजनीति में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत मान रहे हैं.
आनन्द मिश्र का यह बयान न केवल विरोधियों पर जवाबी प्रहार है, बल्कि युवाओं के बीच आत्मविश्वास का प्रतीक भी बनकर उभरा है. बक्सर की जनता के बीच अब यह चर्चा जोरों पर है कि क्या सच में यह “बबुआ” अब जिले की सियासत का नया चेहरा बन पाएगा.







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