अब क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं रहेंगे सभी प्रवासी, होंगे होम क्वॉरेंटाइन: डीएम

इसके तहत प्रवासियों को गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के चिह्नित शहरों से आने वाले लोगों को ही क्वारंटाइन सेंटरों पर रखा जाएगा. शेष लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन किए जाने का निर्देश देते हुए होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.

- जिला पदाधिकारी अमन समीर ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को दी जानकारी
- कहां कैंप लगाकर खोला जाएगा प्रवासी श्रमिकों का खाता, आधार को भी कराया जाएगा लिंक

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में अब सभी प्रवासियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं रखा जाएगा केवल वही लोग को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहेंगे जो गुजरात के दो शहर सूरत और अहमदाबाद, महाराष्ट्र के दो शहर मुंबई और पुणे, दिल्ली तथा एनसीआर डिवीजन के फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव एवं पश्चिम बंगाल के कोलकाता तथा कर्नाटक के बेंगलुरू से आएंगे. इसके अतिरिक्त शेष राज्य या जिलों से आने वाले लोगों को थर्मल स्क्रीनिग के पश्चात 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया जाएगा. यह जानकारी जिला पदाधिकारी एवं समीर में शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को दी.

शुक्रवार को समाहरणालय में वह आरक्षी अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान जिला पदाधिकारी ने कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न स्थिति में निपटने हेतु किए जा रहे प्रशासनिक कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देश के आलोक में आज से आने वाले प्रवासी कामगार एवं मजदूरों के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है. इसके तहत प्रवासियों को गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के चिह्नित शहरों से आने वाले लोगों को ही क्वारंटाइन सेंटरों पर रखा जाएगा. शेष लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन किए जाने का निर्देश देते हुए होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.

होम क्वारंटाइन के लिए नहीं दिया जाएगा डिग्निटी किट

डीएम ने कहा कि, अब तक जो लोग क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे थे उन्हें डिग्निटी किट दिया जा रहा था. परन्तु, अब होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों को डिग्निटी किट नहीं दिया जाएगा. हालांकि, उन्हें रेल यात्रा का टिकट के पैसों के अतिरिक्त 500 रुपये अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा. यह राशि उनके खाते में स्क्रीनिग के पश्चात पांच दिनों के अंदर दे दी जाएगी.

पल्स पोलियो की तर्ज पर रोज होगी मेडिकल स्क्रीनिंग:

होम क्वारंटीन में रहने वाले प्रवासी कामगार एवं मजदूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग प्रतिदिन पल्स पोलियो अभियान की तरह टीम बनाकर घर-घर में की जाएगी. इस दौरान अगर किसी प्रवासी में कोरोना के लक्षण देखे जाएंगे तो उनका स्वॉब लेकर उनकी जांच कराई जाएगी. जांच में कोरोना पॉजिटिव आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और उन्हें आइसोलेशन सेंटर में या अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. 

शिविर लगाकर खुलवाया जाएगा प्रवासियों का खाता:

जिलाधिकारी ने कहा कि, होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासियों में जिन लोगों का बैंक खाता अथवा पोस्ट ऑफिस में खाता नहीं होगा, उनका खाता कैम्प लगवाकर खुलवाया जाएगा. यही नहीं, जिनका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं होगा उनका आधार कार्ड उनके खाते से लिंक करवाने के लिए भी कैंप लगाया जाएगा. डीएम ने कहा कि, प्रत्येक प्रखंड में आधार कार्ड बनवाने के लिए सुविधा केन्द्र भी खोले जाएंगे. 

386 क्वारंटाइन सेंटरों पर रह रहे 21 हजार 531 लोग:

प्रेस वार्ता के दौरान जिलाधिकारी द्वारा यह जानकारी दी गई कि जिले में बनाए गए कुल 386 क्वारंटाइन सेंटरों पर अभी 21 हजार 531 लोग रह रहे हैं. इनमें महिलाओं की संख्या जहां 715 है. वहीं, बच्चों की संख्या 724 सम्मिलित है.

5665 लोगों का बनाया गया नया राशन कार्ड:

जिलाधिकारी ने बताया कि, जीविका की दीदियों के द्वारा किए गए सर्वेक्षण के उपरांत दिए गए प्रपत्रों के जरिए नया राशन कार्ड बनवाने का कार्य चल रहा है. इनमें से 5665 लोगों का नया राशन कार्ड बना दिया गया है. शेष लोगों का राशन कार्ड भी 31 मई तक बनवाने का लक्ष्य निर्धारित है.














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