फिर से शुरू होंगी औद्योगिक क्षेत्र की बंद पड़ी इकाइयां ..

उधर, पिछले दिनों निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि चार औद्योगिक इकाइयों में उनके निबंधन के अनुरूप कार्य न कर कोई और कार्य किया जा रहा था. जिसके कारण उनका लीज रद्द कर दिया गया है. हालांकि, जिन लोगों ने पूर्व में अपना ट्रेड बदलने का आवेदन दिया हुआ है उनके साथ ऐसा नहीं किया.

- प्रवासी श्रमिकों को अपने प्रदेश में रोजगार प्रदान करने के मुख्यमंत्री के संकल्प के आलोक में हो रहा कार्य
- श्रम संसाधन पोर्टल पर दी गई है स्किल्ड मजदूरों की सूची उद्यमियों तथा मजदूरों दोनों का फायदा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्रवासियों को अपने ही प्रदेश में रोजगार दिए जाने किस सोच के साथ  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर औद्योगिक क्षेत्र की बंद पड़ी इकाइयों को फिर से शुरू किए जाने की पहल जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है. इसके लिए सबसे पहले औद्योगिक क्षेत्र के सभी इकाइयों का निरीक्षण कर यह पता लगाया गया कि कितनी इकाइयां कार्यरत है तथा कितनी बंद हो गई है? बताया जा रहा है कि जो इकाइयां चालू अवस्था में है उनके अतिरिक्त यदि बंद पड़ी इकाइयों के संचालक फिर से इकाइयों को शुरू करने का प्रयास करते हैं तो उन्हें सरकार के द्वारा नियमानुसार सहायता भी दी जाएगी. जिससे कि उनकी औद्योगिक इकाइयां पुनर्जीवित हो सके. वहीं, जो लोग पूर्व में स्थापित इकाइयों में काम बदलकर कोई और कार्य करना चाहते हैं. उनसे आवेदन लेकर उस आलोक में भी कार्यवाही की जाएगी तथा उन्हें नए ट्रेड की अनुमति भी दी जाएगी.

बताया जा रहा है कि औद्योगिक क्षेत्र में कुल 108 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं. जिनमें से केवल 42 इकाइयां ही वर्तमान में कार्यरत हैं. इसके अतिरिक्त तीन-चार अन्य इकाइयों के रिकंस्ट्रक्शन का कार्य किया जा रहा है. उधर, पिछले दिनों निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि चार औद्योगिक इकाइयों में उनके निबंधन के अनुरूप कार्य न कर कोई और कार्य किया जा रहा था. जिसके कारण उनका लीज रद्द कर दिया गया है. हालांकि, जिन लोगों ने पूर्व में अपना ट्रेड बदलने का आवेदन दिया हुआ है उनके साथ ऐसा नहीं किया.

खाली पड़ी जमीन पर शुरू होंगे नए उद्योग:

बताया जा रहा है कि औद्योगिक इकाई फिर से स्थापित करने के लिए भी खाली पड़ी जमीन का निबंधन किए जाने का जो प्रस्ताव सरकार की तरफ से आया है. उसके अंतर्गत उद्योगों को पुनर्जीवित करने के  साथ-साथ नए उद्योगों की स्थापना  के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. औद्योगिक क्षेत्र में 5-5 हजार स्क्वायर फीट के 2-3 प्लॉट अभी औद्योगिक क्षेत्र में खाली हैं, जिनके निबंधन के लिए उद्यमियों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे तथा आवश्यकता अनुरूप उन्हें प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे.

स्थानीय श्रमिकों को मिलने लगा रोजगार:

बताया जा रहा है कि औद्योगिक क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिए जाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. जिसके लिए श्रम संसाधन पोर्टल पर सभी प्रवासी श्रमिकों का निबंधन कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि जिले के कुल 40 हज़ार प्रवासी श्रमिकों का निबंधन इस पोर्टल पर किया गया है. इस पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति अपनी संस्था का रजिस्ट्रेशन करने के पश्चात स्किल्ड श्रमिकों उनकी सूची प्राप्त कर सकते हैं. जिन्हें वह दूरी तथा अपनी जरूरत के हिसाब से अपने यहां रोजगार दे सकते हैं. हाल ही में गजेंद्र ह्यूम पाइप के द्वारा 40 श्रमिकों को अपने यहां रोजगार दिया गया.











Post a Comment

0 Comments