कई राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि डुमरांव में मतदान प्रतिशत पूरे दिन तेज रहा तो शाम को उसके बढ़ने की गति कम कैसे हो गई? साथ ही बड़ा सवाल यह भी है कि मतदान संपन्न हो जाने के इतने देर बाद तक मतदान प्रतिशत स्पष्ट क्यों नहीं किया जा सका. क्या यह तकनीकी गड़बड़ी का परिणाम है या फिर आंकड़ों के संकलन में प्रशासनिक लापरवाही हुई है?
शाम 5 बजे से लेकर रात 9 बजे तक बदलते रहे प्रतिशत, अब तक जारी नहीं हो सका अंतिम आंकड़ा
डीएम ने बताई तकनीकी गड़बड़ी की वजह, सूचना विभाग ने कहा — ऐप से अपडेट में हुई देरी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में जिले की चारों सीटों पर गुरुवार को मतदान तो शांतिपूर्वक संपन्न हो गया, लेकिन प्रशासन के द्वारा गुरुवार की शाम 5 बजे जारी किए गए आंकड़ों और शाम 6 बजे मतदान समाप्त हो जाने के बाद जारी किए गए आंकड़ों में काफी अंतर देखने को मिले. इतना ही नहीं मतदान संपन्न होने के करीब 18 घंटे बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा अंतिम आंकड़े जारी नहीं किए जा सके हैं. इससे प्रशासन की तैयारी पर सवाल उठने लगे हैं. कई राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि डुमरांव में मतदान प्रतिशत पूरे दिन तेज रहा तो शाम को उसके बढ़ने की गति कम कैसे हो गई? साथ ही बड़ा सवाल यह भी है कि मतदान संपन्न हो जाने के इतने देर बाद तक मतदान प्रतिशत स्पष्ट क्यों नहीं किया जा सका. क्या यह तकनीकी गड़बड़ी का परिणाम है या फिर आंकड़ों के संकलन में प्रशासनिक लापरवाही हुई है?
दरअसल, गुरुवार को मतदान के दौरान जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी किए गए थे. शाम 5 बजे तक के जो आंकड़े दिए गए, उसमें ब्रह्मपुर में 50.76%, बक्सर में 57.74%, डुमरांव में 59% तथा राजपुर में 53.55% मतदान बताया गया था. इसके बाद रात 9:09 बजे जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा जारी अंतिम रिपोर्ट में ब्रह्मपुर में 58.11%, बक्सर में 65.40%, डुमरांव में 60.30% तथा राजपुर में 62.36% मतदान दर्शाया गया. साथ ही यह भी कहा गया कि 21 पोलिंग स्टेशनों के आंकड़े अभी लंबित हैं जिन्हें जोड़ा जाना बाकी है. इस रिपोर्ट में यह स्पष्ट देखा जा सकता है कि डुमरांव को छोड़कर बाकी जगहों पर 8 से 9 प्रतिशत तक मतदान प्रतिशत बढ़ा है जबकि आश्चर्यजनक रूप से डुमरांव में केवल 1.30% की वृद्धि हुई.
इसके साथ ही शुक्रवार की दोपहर 1 बजे तक भी प्रशासन द्वारा अद्यतन रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई थी. इससे लोगों में यह संशय उत्पन्न हो गया है कि मतदान के दौरान डेटा एकत्रीकरण में कहीं न कहीं गंभीर लापरवाही हुई है.
इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने बताया कि “अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में आंकड़ों के अपडेशन में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. डुमरांव से आंकड़े तेजी से अपडेट हुए जबकि बक्सर एवं अन्य क्षेत्रों से देरी हुई. जिला सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा अध्ययन के बाद सटीक आंकड़े साझा किए जाएंगे.”
वहीं, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अमित कुमार ने स्पष्ट किया कि “ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से प्राप्त आंकड़ों को मिलाने की प्रक्रिया जारी है. पहली बार मतदान संबंधी आंकड़े ऐप के जरिए अपडेट किए जा रहे थे, जिसके कारण तकनीकी परेशानी सामने आई है. बहुत जल्द जिले का अंतिम मतदान प्रतिशत साझा किया जाएगा.”
प्रशासन की ओर से फिलहाल यह भरोसा दिलाया गया है कि अंतिम और सटीक आंकड़े शीघ्र जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन मतदाताओं और राजनीतिक दलों के बीच प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे हैं.







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