अफसर बनने की चाहत लेकर मैट्रिक में अव्वल नंबरों से उत्तीर्ण हुई चिलहर गाँव की बिटिया ..

इस उपलब्धि को देखकर गाँव के लोग भी बहुत खुश हैं. बात करने पर श्रेया ने बताया कि वह अफसर बनकर अपने परिवार तथा गांव का नाम रोशन करना चाहती है.
श्रेया कुमारी

- श्रेया कुमारी ने मैट्रिक की परीक्षा में 405 अंक लाकर गांव का नाम किया रौशन
- इंजीनियर बनने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं महदह के पवन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  बिहार बोर्ड की 10वीं (मैट्रिक) परीक्षा का रिजल्ट जारी कर चुका है. जिसमें सफलता प्राप्त कर चुके तमाम छात्र – छात्राओं ने खुशी जाहिर कर रहे हैं. इसी क्रम में इटाढ़ी प्रखण्ड स्थित चिलहर पंचायत की श्रेया कुमारी ने 405 अंक लाकर लाकर ग्राम पंचायत चिलहर सहित बक्सर जिला का नाम किया रौशन कि है. श्रेया की इस उपलब्धि को देखकर गाँव के लोग भी बहुत खुश हैं. बात करने पर श्रेया ने बताया कि वह अफसर बनकर अपने परिवार तथा गांव का नाम रोशन करना चाहती है.

ग्राम पंचायत चिलहर के कैथना हाई स्कूल के शिक्षक रितेश शर्मा एवं संजय कुमार ने बिटिया की इस उपलब्धि पर उसे बधाई देते हुए डायरी, कलम, शील्ड देकर सम्मानित किया. उसने बताया कि, हमारे पंचायत के विद्यार्थी ऐसे ही आगे बढ़े इसके लिए सभी शिक्षक लगातार प्रयासरत हैं.  बता दें कि, श्रेया कुमारी  इटाढी़ प्रखंड के चिलहर गांव की रहने वाली है. श्रेया की माता रिंकी देवी तथा उनके शिक्षक पिता संजय कुमार गौतम का कहना है कि वह अपनी बेटी को उच्च शिक्षा देने के हिमायती हैं. बेटी ने कैथना हाई स्कूल से 10 वीं तक की पढ़ाई को पूरा किया.

उधर, श्रेया कुमारी पूछने से बताया कि, आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए यूपीएससी के माध्यम से ऑफिसर बनकर समाज सहित गाँव तथा देश की सेवा करना चाहती हूँ 

महदह गाँव से निकलेगा भविष्य का इंजीनियर:

उधर सदर प्रखंड के महदह गांव के रहने वाले एक छात्र ने 337 अंक प्राप्त कर परीक्षा में सफलता पाई है. छात्र का नाम पवन पांडेय है तथा उनके पिता धनजी पांडेय उर्फ त्यागी बाबा है. वह स्थानीय समाहरणालय रोड में अवस्थित हनुमान मंदिर के पुजारी का कार्य करते हैं. उन्होंने बताया कि, बेटे की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए उन्होंने हर संभव प्रयास किया है. स्थानीय एमपी हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा में बेहतर स्थान प्राप्त करने के बाद भविष्य में भी पुत्र की पढ़ाई में कोई कमी नहीं रखने का प्रयास करेंगे. उधर छात्र पवन ने कहा कि, वह इंजीनियर बनना चाहते हैं उसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए वह आगे की पढ़ाई पूरी करेंगे.

बक्सर से रोहित ओझा की रिपोर्ट
पवन पांडेय














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