जिले में स्पेशल होम का होगा निर्माण, धावा दल का गठन कर बाल श्रम उन्मूलन का होगा कार्य ..

सदस्यों ने बताया कि उन्होंने डीएम से धावा दल के गठन की भी मांग की ताकि, जिले में बाल श्रम कराने वालों की धर पकड़ की जा सके. इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस बिंदु पर कार्य हो रहा है. उन्होंने बताया कि धावा दल का अचानक गठन कर रेड किया जाएगा. ताकि बाल श्रम करने वालों की धर पकड़ हो सके.

- जिला पदाधिकारी से मिले बाल कल्याण समिति के सदस्य, वार्तालाप की दी जानकारी
- बताया, स्पेशल होम खोलने के लिए सरकार को लिखा जा रहा पत्र

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला पदाधिकारी अमन समीर जिले के बाल गृह में रह रहे बेसहारा बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित है. इसी बात के मद्देनजर उन्होंने हाल में ही बाल गृह का निरीक्षण किया था. अब डीएम के निर्देश पर जिले में भूले-भटके, बेसहारा, निःशक्त बच्चों के लिए स्पेशल होम खोलने की कवायद शुरू की जा रही है. ताकि, बाल गृह में रह रहे निःशक्त बच्चों समुचित व्यवस्था मिल सके ये कहना है बाल कल्याण समिति के नवगठित समिति के सदस्यों का.

शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. शशांक शेखर, योगिता सिंह व नवीन कुमार ने डीएम से मुलाकात की. जिसके बाद सदस्यों ने बताया कि उन्होंने डीएम से धावा दल के गठन की भी मांग की ताकि, जिले में बाल श्रम कराने वालों की धर पकड़ की जा सके. इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस बिंदु पर कार्य हो रहा है. उन्होंने बताया कि धावा दल का अचानक गठन कर रेड किया जाएगा. ताकि बाल श्रम करने वालों की धर पकड़ हो सके.

सदस्यों ने बाल गृह में रह रहे 14 स्पेशल बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें पटना भेजने की मांग की. जिस पर डीएम ने कहा कि फिलहाल स्पेशल बच्चों को पटना भेजने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही सरकार को प्रस्ताव, ले जा रहा है कि  बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए  स्पेशल होम यहीं खोल दिया जाए. जिससे इन लोगों को बाहर भेजने की जरूरत ना पड़े. इसके लिए सरकार को पत्र भेजा जा रहा है. समिति के सदस्यो को डीएम ने बताया कि एक रोस्टर तैयार किया जा रहा है जिसके तहत हर पंद्रह दिन पर जिले का कोई न कोई अधिकारी बालगृह का निरीक्षण करें. जिससे वहां की व्यवस्था दुरुस्त रहे.

डीएम ने समिति के सदस्यों को बताया कि जिस मकान में बालगृह चल रहा है. वहां पर्याप्त खेलने की जगह नहीं है. इस कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पा रहा है. इसलिए दूसरा भवन खोजा जाए. डीएम ने सदस्यों को आश्वस्त किया कि जो भी बच्चे रह रहे हैं उनलोगों के अंदर के स्किल पता लगाने का निर्देश दिया गया है. ताकि उनलोगों की प्रतिभा बाहर निकाला जा सके.











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