बाढ़ में युद्ध स्तर पर कार्य करेगी टास्क फोर्स, डीएम ने समझाएं कर्तव्य एवं दायित्व ..

डीएम ने अब तक के किए गए कार्यों की जानकारी फोटो सहित जिला आपदा केंद्र को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा निर्देशों के अनुरूप रजिस्टर में सभी डाटा रखे जाए.इस दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने सभी प्रखंडों में वर्षा मापी यंत्र के सही ढंग से कार्य करने की जानकारी दी.

- टास्क फोर्स के पदाधिकारियों के साथ जिला पदाधिकारी ने की बैठक
- ससमय तैयारी पूरी करने के निर्देश, पहले से ज्यादा बनाए जाएंगे शरण स्थल

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में बाढ़ राहत तैयारी को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय के सभागार में आयोजित की गई. बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में उपस्थित टास्क फोर्स के पदाधिकारियों को बाढ़ सहायता से संबंधित बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा-निर्देश वाला अद्यतन पत्र ध्यान पूर्वक पढ़ने को कहा ताकि संबंधित विभागों के कार्यों की सही सही जानकारी उन्हें हो सके.

 मौके पर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बांध के अंदर अतिक्रमण होने की स्थिति में इसकी सूचना संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को देने की बात कही. उन्होंने सभी को सतर्क एवं सजग रहने का निर्देश दिया. डीएम ने बताया कि बक्सर प्रखंड के 6 प्रखंडों के पंचायत बाढ़ से प्रभावित होते हैं. जिला अंतर्गत बांध पर चार जूनियर इंजीनियर एवं दो सहायक इंजीनियर प्रतिनियुक्त किए जाएंगे. पानी बढ़ने की स्थिति में सब वह सभी बांध पर सुरक्षात्मक कार्यों को संपादित करेंगे. साथ ही डीएम ने अब तक के किए गए कार्यों की जानकारी फोटो सहित जिला आपदा केंद्र को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा निर्देशों के अनुरूप रजिस्टर में सभी डाटा रखे जाए.इस दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने सभी प्रखंडों में वर्षा मापी यंत्र के सही ढंग से कार्य करने की जानकारी दी.

इस बार बढ़ाई जाएगी शरण स्थली की संख्या:

डीएम ने कहा कि इस बार पूर्व की शरण स्थली की संख्या को दोगुना तथा 3 गुना कर दिया जाए ताकि, कोरोना संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग बनाई जा सके. साथ ही उन्होंने यह कहा कि मानव स्थली के नजदीक पशु शरण स्थली को भी बनाया जाए. 

सिविल सर्जन को दिया गया जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक रखने का निर्देश:

सिविल सर्जन को जीवन रक्षक दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया. बाढ़ के दौरान हैलोजन, क्लोरीन की टैबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, गैमेक्सीन पाउडर एवं ओ.आर.एस. का अतिरिक्त भंडारण करने को कहा गया. साथ ही सांप काटने पर बचाव हेतु को भी पर्याप्त संख्या में रखने का निर्देश दिया गया.

ग्रामीणों को मिलेगी नावों की मुफ्त सेवाएं:

डीएम ने बताया कि सभी नावों की मरम्मत ससमय कर ली जाए. उन्होंने कहा कि कुल 98 निजी नाव एवं 53 सरकारी नाव है. बाढ़ की स्थिति में निजी नाव मालिकों से एकरारनामा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. डीएम ने कहा कि सरकार के द्वारा चलाई जा रही नावों में लाल झंडे पर जिला प्रशासन, बक्सर लिखा रहेगा. यह बिल्कुल मुफ्त सेवा होगी. 

पशुओं के इलाज के लिए तैयार रहेगा चिकित्सकों का दल, गोताखोरों की भी की जा रही पहचान:

इसके अतिरिक्त जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुओं के इलाज हेतु चिकित्सकों का दल बनाकर पशु शरण स्थली टैग करने को कहा गया. साथ ही साथ लाइफ जैकेट की उपलब्धता का सत्यापन भी जिला आपदा शाखा प्रभारी को करने के लिए निर्देश दिया गया। वहीं, गोताखोरों की पहचान कर मोबाइल नंबर के साथ सूची संबंधित प्रखंडों में तैयार रखने को कहा गया. सिविल सर्जन को आपदा शरण स्थली में बनाए गए प्रभारी को प्रशिक्षण देने हेतु विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने को कहा गया. बैठक में उप विकास आयुक्त अरविंद कुमार, सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ एवं जिला टास्क फोर्स के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे.











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