बिजली कंपनी की लापरवाही ने ले ली किसान की जान ..

बताया कि बिजली कंपनी के द्वारा बोरिंग तक बिजली पहुंचाने का वादा किया जाता है लेकिन, यह वादा पूरा नहीं होता मजबूरन किसानों को दूर से बिजली का तार खींच कर लाना पड़ता है. तार टूट कर गिर जाने के बाद अक्सर इस तरह का हादसा होने की संभावना रहती है. कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को भी कहा गया लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.
मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम करते लोग

- विद्युत धारा प्रवाहित टूटे हुए तार की चपेट में आकर हुआ हादसा
- मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने किया सड़क जाम

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: नगर के इटाढ़ी रोड स्थित एक खेत में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण मंगलवार को हुए एक दर्दनाक हादसे में करंट की चपेट में आकर एक किसान की मौत हो गई. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया तथा मुआवजे की मांग करने लगे. बाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी दीप चंद जोशी ने पारिवारिक लाभ के रूप में 20 हज़ार रुपये के मुआवजे का चेक परिजनों को सौंपा जिसके बाद जाम को हटाया जा सका. 

बताया जा रहा है कि नगर के कोइरपुरवा मोहल्ले के रहने वाले प्रहलाद सिंह(40 वर्ष) इटाढ़ी रोड स्थित महदह गांव में अपने खेतों पर पटवन करने के लिए गए थे. जहां टूट कर गिरे बिजली के तार की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई. बाद में आक्रोशित परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. जहां प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने तथा मुआवजा दिए जाने के बाद जाम को हटाया जा सका. 

प्रह्लाद सिंह के साथ खेतों में गए लोगों ने बताया कि बिजली कंपनी के द्वारा बोरिंग तक बिजली पहुंचाने का वादा किया जाता है लेकिन, यह वादा पूरा नहीं होता मजबूरन किसानों को दूर से बिजली का तार खींच कर लाना पड़ता है. तार टूट कर गिर जाने के बाद अक्सर इस तरह का हादसा होने की संभावना रहती है. कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को भी कहा गया लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. नतीजा आज किसान के मौत के रूप में सामने आया है.

उधर, घटना के बाद मृतक की पत्नी बच्चों तथा पिता की हालत रो-रोकर खराब हो गई है. परिजनों को स्थानीय लोगों के द्वारा ढांढस बढ़ाया जा रहा था. इस संदर्भ में बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता सन्नी कुमार से उनके फोन नंबर 07763814281 पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन, उनके फोन नहीं उठाने के कारण उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका.














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