अधीक्षण अभियंता ने तटबंधों का किया सघन निरीक्षण, कटाव रोधी कार्यो का लिया जायजा ..

बताया कि बाढ़ नियंत्रण को लेकर सभी इंतजाम किए गए हैं. कुछ कमजोर पॉइंट्स पर विशेष  निगाह रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी जगहों पर बाढ़ रोधी सामग्री संग्रहित की हुई है वहीं, हर किलोमीटर पर तटबंधों की 24 घंटे निगरानी के लिए होमगार्ड के जवान प्रतिनियुक्त किए गए हैं. 

 

- बांध के कमजोर पॉइंट्स पर रखी जा रही खास नजर

- 24 घंटा निगरानी कर रहे होमगार्ड के जवान


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय श्रीवास्तव ने बक्सर ने जिले के गंगा कटाव प्रभावित दियारा इलाके में बक्सर-कोइलवर तटबंध का निरीक्षण किया. उन्होंने संभावित बाढ़ के मद्देनजर किए गए इंतजामों तथा कटाव रोधी कार्यों का जायजा लिया तथा मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए.  इस दौरान उन्होंने अहिरौली, उमरपुर, केशवपुर, नगपुरा बांध का निरीक्षण किया.

अपने निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण को लेकर सभी इंतजाम किए गए हैं. कुछ कमजोर पॉइंट्स पर विशेष  निगाह रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी जगहों पर बाढ़ रोधी सामग्री संग्रहित की हुई है वहीं, हर किलोमीटर पर तटबंधों की 24 घंटे निगरानी के लिए होमगार्ड के जवान प्रतिनियुक्त किए गए हैं. इसके अतिरिक्त कनीय अभियंता तथा सहायक अभियंता भी  नियमित रूप से तटबंध का जायजा ले रहे हैं.

अहिरौली में आरडब्ल्यूडी ने क्षतिग्रस्त किया बांध, नगपुरा में यूपी-बिहार के फेर में लटका है मामला:

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अहिरौली तथा नगपुरा जैसे पॉइंट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. हालांकि, अभी गंगा का दबाव ऐसा नहीं है जो कुछ नुकसान पहुंचा सके. उन्होंने बताया कि अहिरौली बांध के समीप आरडब्ल्यूडी द्वारा सड़क निर्माण के दौरान तटबंध को एक जगह से काट दिया गया है जिससे कि जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद पानी के सीधे गांव में प्रवेश करने की आशंका है. ऐसे में वहां पर बालू भरी 700 से ज्यादा बोरियों को रखा हुआ है जिसे आपात स्थिति में उपयोग किया जाएगा. वहीं, नगपुरा के समीप तकरीबन 2 किलोमीटर का इलाका उत्तर प्रदेश में पड़ने के कारण वहां कटाव रोधी कार्य वर्षों से नहीं किए गए हैं. हालांकि, वहाँ कटाव कम होता है. फिर भी आपात स्थिति के मद्देनजर वहां 25 सौ बालू भरे बैग स्टोर किए गए हैं. वहीं, जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार को प्रस्ताव देकर यहां कटाव रोधी स्थायी कार्य कराया जाएगा. इसके अतिरिक्त उमरपुर में 6 हज़ार बैग बालू स्टोर किया गया है.


पहुंच पथ को कराया जाएगा मोटरेबल:

अधीक्षण अभियंता ने बताया कि तटबंध पर पहुंच पथ से निरीक्षण वाहन पहुंचने में दिक्कत है लेकिन, ट्रैक्टर आदि के आने जाने में कोई परेशानी नहीं है. ऐसे में पहुंच पथ को दुरुस्त कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही बरसात बाद पहुंच पद पर उग आयी घास आदि को भी हटाए जाने का कार्य शुरू किया जाएगा.


ग्रामीणों ने जताया संतोष, कहा- तटबंध के कारण ही बची है बस्तियां:

उमरपुर के रहने वाले सुनील कुमार गुप्ता तथा जयराम प्रसाद ने बताया कि तटबंध पर कटाव रोधी कार्य किए जाने से बस्तियां बची हुई हैं. बाढ़ आने की सूरत में भी कटाव रोधी कार्य किए जाने से कोई नुकसान नहीं होता. उधर केशवपुर के रहने वाले अमरकांत रजक बताते हैं कि, बारिश के कारण पिछले वर्ष तटबंध के पास कुछ कटाव हुआ था लेकिन, फिर कटाव रोधी कार्य किए गए हैं. इसी बीच सोमवार को एक बार फिर बालू को कुछ बोरियां गंगा में गिर गई. हालांकि, कनीय अभियंता मोहम्मद रिजवान ने बताया कि, स्थिति नियंत्रण में है तथा जरूरत पड़ने पर और भी बालू की बोरियां वहाँ डाली जाएंगी. उन्होंने बताया कि आपात स्थिति से बचने के लिए 3250 बालू बैग यहां भी स्टोर किए गए हैं.

निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता के साथ साथ सहायक अभियंता मो. कमरु ज़मा, बृजेश कुमार कनीय अभियंता मो. रिजवान तथा मो. महताब मौजूद रहे.




















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