पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक संवेदनाओं का तांता ..

बताया कि रघुवंश बाबू ने अपनी विरासत में  सादगी तथा  सच्चाई के अलावा बहुत कुछ नहीं छोड़ा है. आज भी वैशाली के शेरपुर में बना उनका मकान खपरैल ही है. वर्ष 1971 में रघुवंश बाबू जब बक्सर आए थे तो वह पैदल ही दलसागर से तिवारीपुर पहुँचे तथा शिक्षाविद तथा हाई स्कूल के संस्थापक पं. जोड़ी लाल तिवारी से आशीर्वाद लिया था. 
अस्पताल में इलाज के दौरान रघुवंश प्रसाद सिंह

 

- लोगों ने कहा, टूट गया समाजवादी आंदोलन का मजबूत पाया
- जैन कॉलेज के प्राचार्य माता के निधन पर शोक

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर जेपी आंदोलन के सदस्य प्रदीप शरण ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि सच कहने की आदत उनमें सदैव बनी रही. आज समाजवादी आंदोलन का एक मजबूत पाया टूट गया. कांग्रेस नेता डॉ. सत्येंद्र ओझा ने भी समाजवादी नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया है. समाजवादी नेता मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि रघुवंश बाबू ने अपनी विरासत में  सादगी तथा  सच्चाई के अलावा बहुत कुछ नहीं छोड़ा है. आज भी वैशाली के शेरपुर में बना उनका मकान खपरैल ही है. वर्ष 1971 में रघुवंश बाबू जब बक्सर आए थे तो वह पैदल ही दलसागर से तिवारीपुर पहुँचे तथा शिक्षाविद तथा हाई स्कूल के संस्थापक पं. जोड़ी लाल तिवारी से आशीर्वाद लिया था. समाजवादी नेता अश्विनी कुमार वर्मा तथा मतिउर्रहमान ने भी रघुवर प्रसाद सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. लोजपा के जिला अध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने भी पूर्व मंत्री के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि, रघुवंश बाबू जैसा नेता आज के जमाने में दूसरा नहीं मिलेगा.


पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह तथा जैन कॉलेज के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र ओझा के माता जी के निधन पर जननायक कर्पूरी ठाकुर विधि महाविद्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संस्थापक अध्यक्ष गणपति मंडल की अध्यक्षता में महाविद्यालय सचिव सह सीनेट सदस्य डॉ विनोद कुमार सिंह एवं प्राचार्य की उपस्थिति में शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. वक्ताओं ने कहा कि रघुवंश बाबू समाजवादी विचारक तथा गरीब शोषित तथा दलितों की आवाज थे. वहीं, प्राचार्य शैलेंद्र ओझा की माता दयालु एवं कर्मठ महिला की मौके पर शिक्षक जयराम, अखिलेश, राजेश, मंगल, राजेंद्र, निर्मल, उपेंद्र, प्रधान सहायक जितेंद्र, सहायक वीरेंद्र, मुकेश, अशोक, जगन्नाथ तथा अन्य व्यक्तियों ने भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर शोकाकुल परिवार को धैर्य बनाए रखने की कामना की. 














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