अस्पताल कर्मियों के द्वारा मरीज को बंधक बनाने के मामले में फूंका चिकित्सक का पुतला ..

बताया कि इस अस्पताल के द्वारा की गई यह पहली घटना नहीं है बल्कि, पूर्व में भी अन्य मरीजों से अस्पताल प्रबंधन इसी तरह नाजायज तरीके से पैसे लेता है. तथा लोगों के आवाज उठाने पर चिकित्सक के द्वारा बदल-बदल कर अस्पताल का संचालन किया जाता है. उन्होंने बताया कि कभी स्टेशन रोड तो कभी गोलंबर रोड, चिकित्सक राजीव झा के कई अड्डे बन गए हैं. 

 

- चिकित्सक ने बताया आरोपों को बेबुनियाद
- कहा परिजनों ने बेहतर इलाज किए जाने का दिया है लिखित शपथ पत्र

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अंत्योदय सेवा संस्थान के द्वारा नगर के मुनीम चौक के समीप एक निजी अस्पताल तथा उसके चिकित्सक के विरुद्ध प्रदर्शन तथा पुतला दहन भी किया.

प्रदर्शनकारियों ने अनारकली अस्पताल तथा वर्तमान में विश्वामित्र अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव झा के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया. संस्थान के संयोजक गिट्टू तिवारी ने बताया कि, अनारकली हॉस्पिटल के द्वारा 2 दिन पूर्व सिजेरियन के लिए मरीज के परिजन से 1 लाख 40 हज़ार रुपये वसूल किए गए. गरीब परिजनों ने जैसे-तैसे कर्ज लेकर करीब 1 लाख 40 हज़ार रुपये चुकाए भी लेकिन जब परिजन ने इलाज का समुचित हिसाब मांगा तो चिकित्सक तथा उनके कर्मियों के द्वारा चिकित्सक के परिजनों से अभद्रता तथा मारपीट की गई और मरीज को बंधक बना लिया गया.

गिट्टू ने बताया कि इस अस्पताल के द्वारा की गई यह पहली घटना नहीं है बल्कि, पूर्व में भी अन्य मरीजों से अस्पताल प्रबंधन इसी तरह नाजायज तरीके से पैसे लेता है. तथा लोगों के आवाज उठाने पर चिकित्सक के द्वारा बदल-बदल कर अस्पताल का संचालन किया जाता है. उन्होंने बताया कि कभी स्टेशन रोड तो कभी गोलंबर रोड, चिकित्सक राजीव झा के कई अड्डे बन गए हैं. ऐसे में सिविल सर्जन को चाहिए कि अस्पताल की जांच कर इस के लाइसेंस को रद्द किया जाए. प्रदर्शन में अंत्योदय सेवा संस्थान के अखिलेश यादव, चंदन राय, चितरंजन ओझा, निशिकांत, अखिलेश कुशवाहा, समीर सिंह, मुकेश कश्यप, विष्णु गुप्ता, सुनील कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे.

आरोप है गलत : चिकित्सक

चिकित्सक डॉ. राजीव झा ने बताया कि उनके तथा अस्पताल प्रबंधन के ऊपर लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं. जिस रोगी को बंधक बनाए जाने की बात कही जा रही है उसके परिजनों ने इस तरह की कोई शिकायत नहीं दी है बल्कि, जबरन कुछ लोगों द्वारा अस्पताल को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची गई है. वायरल वीडियो के संदर्भ में उन्होंने बताया कि मरीज के परिजन उनके पूर्व परिचित रहे हैं ऐसे में उनके साथ हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत की गई है. बाद में मरीज के परिजन हंसी-खुशी अस्पताल से घर को गए हैं. साथ ही उन्होंने अस्पताल में बेहतर इलाज मिलने की बात का एक शपथ पत्र भी बनाया है. डॉ. झा ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में गरीब मरीजों के इलाज के लिए एक ऐसा वार्ड बनाया जाएगा जहां किसी भी प्रकार के इलाज के लिए पहुंचे मरीजों से केवल दवा का शुल्क लिया जाएगा, बाकी इलाज निशुल्क होगा.













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