खाद्यान्न वितरण में अनियमितता नहीं होगी बर्दाश्त: विद्यानंद विकल

कई डीलरों के द्वारा चना आदि वितरित नहीं किए जाने की बात भी  सामने आई. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि मामले की जांच करते हुए डीलरों के विरुद्ध जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. वहीं, दोषी पाए जाने पर लाइसेंस रद्द किए जाने की भी कार्यवाही की जाएगी. 
राज्य खाद्य योजना के अध्यक्ष विद्यानंद विकल का स्वागत करते एसएससी जिला मैनेजर बी के प्रभाकर


- बक्सर पहुँचे बिहार राज्य खाद्य योजना के अध्यक्ष विद्यानंद विकल 
- अधिकारियों के साथ की खाद्य आपूर्ति, आईसीडीएस तथा मध्यान भोजन योजना की समीक्षा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "ग्राहकों को डीलरों द्वारा खाद्यान्न वितरण के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी लाभुकों को अनिवार्य रूप से कैश मेमो दिया जाना सुनिश्चित किया जाए. गड़बड़ी की शिकायत पर डीलरों के साथ ही अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी." ये बातें बिहार राज्य खाद्य योजना के अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने बुधवार को परिसदन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान पदाधिकारियों को कही.

दरअसल, बुधवार को परिसदन में आपूर्ति, मध्याह्न भोजन व आइसीडीएस की योजनाओं की समीक्षा आयोजित की गई थी. जिसमें खाद्य आपूर्ति के जिला आपूर्ति पदाधिकारी सभी एमओ, राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक, सभी एजीएम, आईसीडीएस के कार्यक्रम पदाधिकारी तथा सीडीपीओ, मध्यान भोजन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे.

डीलरों के 55 पदों की रिक्तियों को शीघ्र भरने के निर्देश:

इस दौरान जानकारी दी गई थी पिछले दिनों खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के द्वारा अनियमित आपूर्ति तथा अन्य शिकायतों के मद्देनजर 6 डीलरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है तथा कुछ के लाइसेंस भी रद्द किए गए हैं. इस दौरान अध्यक्ष को बताया गया कि जिले में जन वितरण प्रणाली की दुकानों के लिए 194 रिक्तियां है, जिनके विरुद्ध 144 जन वितरण प्रणाली के दुकानें संचालित हैं. ऐसे में 55 रिक्तियां अभी भी शेष हैं. जिस पर अध्यक्ष ने तुरंत ही इन रिक्तियों को भरने का निर्देश दिया.

90 फीसद कार्डधारियों को ही हो पा रहा खाद्यान्न का वितरण:

इसके साथ-साथ राशन कार्ड को लेकर यह बताया गया कि जिले में पुराने राशन कार्डधारी 2 लाख 17 हज़ार 14 हैं वहीं, 41 हज़ार 658 लोगों के नए राशन कार्ड बने हैं. राशन कार्डधारियों के वितरण के लिए चावल का आवंटन 16 हज़ार 854 क्विंटल तथा गेहूं का आवंटन 25 हज़ार 287 क्विंटल किया गया है. इसके साथ ही अंत्योदय योजना के तहत 30 हज़ार 444 कार्ड धारी है जिन्हें वितरण के लिए 6 हज़ार 393 क्विंटल चावल तथा 4 हज़ार 262 क्विंटल गेहूं का आवंटन किया गया है. यह भी बताया गया कि सभी डीलरों के द्वारा शत प्रतिशत उठाव किए जाने के बाद भी 90 फीसद ही वितरण किया जा रहा है. बताया गया आधार सीडिंग तथा अन्य कारणों के कारण 10 फीसद खाद्यान्न हर माह बच रहा है. इसके साथ ही किरासन तेल का कुल आवंटन 2 लाख 44 हज़ार 653 लीटर हर माह है. जिसमें 93 फीसद ही वितरण हो पा रहा है. वहीं, किरासन वितरण में डीलर का कमीशन 1 रुपया जोड़ कर कुल 28.53रुपये के हिसाब से उपभोक्ताओं को दिया जाता है.

रेट तथा वेट दोनों हो ठीक, अन्यथा होगी कार्रवाई :

राज्य अध्यक्ष को बताया गया कि जिले में 2 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चावल तथा 3 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गेहूं वितरण किया जाना है. इसके साथ ही कोरोना काल में 5 किलो चावल के साथ-साथ 1 किलो दाल भी मुफ्त में दी जानी है. लेकिन, कुछ डीलरों द्वारा रेट तथा वे दोनों बढ़ाकर वितरण किए जाने की बात सामने आई है. वहीं, कई डीलरों के द्वारा चना आदि वितरित नहीं किए जाने की बात भी  सामने आई. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि मामले की जांच करते हुए डीलरों के विरुद्ध जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. वहीं, दोषी पाए जाने पर लाइसेंस रद्द किए जाने की भी कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिकायत यदि दोबारा प्राप्त होती है तो उसके लिए डीलर के साथ-साथ समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे.


15 सितंबर तक भरी जाएं रिक्त पड़ी 274 आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या:

बिहार राज्य खाद्य योजना के अध्यक्ष ने कहा कि जिले में आंगनबाड़ी के 1944 सृजित पदों की जानकारी दी गई है, जिसमें 15 से 29 को ही भरा जा सका है. ऐसे में 275 आंगनबाड़ी केंद्रों के पद रिक्त हैं उन्होंने कहा कि आगामी 15 सितंबर तक हर हाल में इन पदों को भर लिया जाए.

मध्यान भोजन योजना में 6849 बच्चों को दिया गया खाद्यान्न:

मौके पर मध्यान भोजन के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में निजी एनजीओ के द्वारा 150 केंद्रों को स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से उसकी 1143 विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन का वितरण होता है जिसमें 2 लाख 40 हज़ार 642 बच्चे लाभान्वित होते हैं. लॉकडाउन में सूखा अनाज बच्चों के बीच वितरित किया जाना है. जिसके लिए 11 हज़ार 978 क्विंटल अनाज प्राप्त हुआ है. जिसमें 6 हज़ार 849 क्विंटल अनाज बांट दिया गया है. वहीं, लगभग 5 हज़ार क्विंटल अनाज बचा हुआ है. जिसे जल्द वितरित कर दिया जाएगा.













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