लिपि सिंह और सुहर्ष समेत 50 से ज्यादा अधिकारियों को हटाने के लिए वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता ने लिखा था पत्र, फिर की मांग ..

यह कहा था कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और मुंगेर के पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और बांका के जिला अधिकारी सुहर्ष भगत दोनों क्रमशः राज्यसभा सांसद और जदयू के बड़े नेता आरसीपी सिंह के बेटी और दामाद हैं. इनके द्वारा पारिवारिक सदस्य होने के नाते चुनाव में अपने पिता और ससुर के हित में कार्य किए जाने की पूरी संभावना है. 


- मुंगेर में हुए बवाल के बाद हटाई जा चुकी है लिपि सिंह
- वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता ने पुन: की चुनाव आयोग से मांग
- कहा, आरसीपी सिंह की बेटी-दामाद के साथ गृह सचिव को भी हटाना जरूरी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुंगेर में हुए बवाल के बाद वहां तैनात एसपी लिपि सिंह को हटा दिया गया है. इसके साथ ही वहां के जिला पदाधिकारी को भी हटाया गया है. चुनाव आयोग के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई के बाद बक्सर के वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने एक फेसबुक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखे अपने पत्र का हवाला देते हुए बताया है कि, उन्होंने पूर्व में ही चुनाव आयोग से यह कहा था कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और मुंगेर के पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और बांका के जिला अधिकारी सुहर्ष भगत दोनों क्रमशः राज्यसभा सांसद और जदयू के बड़े नेता आरसीपी सिंह के बेटी और दामाद हैं. इनके द्वारा पारिवारिक सदस्य होने के नाते चुनाव में अपने पिता और ससुर के हित में कार्य किए जाने की पूरी संभावना है. इसके साथ ही गृह सचिव के रूप में 10 वर्षों से अपने पदों पर जमे आमिर सुबहानी भी चुनाव कार्य को प्रभावित कर सकते हैं. इतना ही नहीं 50 से अधिक ऐसे अधिकारी हैं 4 वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हुए हैं इनके द्वारा भी चुनाव कार्य प्रभावित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि, इनमें कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं जिन्हें पूर्व में पक्षपात की आशंका के मद्देनजर चुनाव कार्य से अलग रखा गया था. ऐसे में उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से इस संदर्भ में पहल करने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अभी भी इन बातों पर विचार करना चाहिए और ऐसे अधिकारियों को चुनाव कार्य से अलग करना चाहिए.


















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