विधानसभा चुनाव: सबसे पहले होगा सदर विधानसभा का फैसला ..

सुबह 7 बजे बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र पर प्रत्याशियों के काउंटिंग एजेंट को प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. प्रवेश के समय उनको उन्हें मतगणना के लिए दिए गए पहचान पत्रों को साथ रखना होगा. बिना पहचान पत्रों के उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. प्रवेश के साथ एजेंट अपने निर्धारित टेबल पर पहुंचेंगे. उन्हें किसी अन्य टेबल पर जाने की अनुमति नहीं होगी. 
बाजार समिति परिसर के प्रवेश द्वार पर खड़े सुरक्षाकर्मी


- प्रत्याशी तथा मतदाता दोनों बेसब्री से कर रहे हैं परिणाम का इंतजार
- बूथों की संख्या के हिसाब से आगे-पीछे आएगा अलग-अलग विधानसभाओं का परिणाम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मतदान संपन्न होने के बाद ज्यों- ज्यों मतगणना की तिथि नजदीक आती जा रही है लोगों की धड़कने तेज होती जा रही हैं. प्रत्याशियों के साथ-साथ मतदाता भी यह जानने को उत्सुक हैं कि, अबकी बार किसके हाथ में उनके विधानसभा क्षेत्र की कमान होगी? उधर, प्रत्याशी  भले ही अपना गणित लगा कर खुद को विजयी बता रहे हो लेकिन उन्हें भी बेसब्री से मतगणना का इंतजार है. 

विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में पड़े कुल वोटों का प्रतिशत 55.41 प्रतिशत वोट पड़े है. जिला पदाधिकारी के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब की बार 3 लाख 86 हज़ार 582 पुरुष व 3 लाख 14 हज़ार 199 महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. मतदान के बाद ईवीएम को बाजार समिति के प्रांगण में बने वज्रगृह में सुरक्षित रख दिया गया है जहां 10 नवम्बर को सुबह आठ बजे से मतगणना शुरु की जाएगी. मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं.

बताया जा रहा है कि जिस हिसाब से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में बूथ बनाए गए थे उसके अनुसार बक्सर(सदर) विधानसभा क्षेत्र का परिणाम सबसे पहले आ जाएगा. दरअसल, बक्सर विधानसभा में केवल 418 बूथ बनाए गए थे. इस हिसाब से तकरीबन 30 राउंड में बक्सर विधानसभा के सभी वोटों की गिनती संपन्न हो जाएगी और परिणाम सार्वजनिक हो जाएगा. बक्सर के बाद डुमराँव का नंबर आएगा जहां 462 बूथों पर पड़े वोटों की गिनती 33 राउंड में संपन्न हो जाएगी वहीं, राजपुर के 470 बूथों पर पड़े वोटों की गिनती के लिए 34 राउंड का समय लगेगा. इसके साथ ही ब्रह्मपुर के 494 बूथों पर हुए मतदान की गणना 35 राउंड में संपन्न होगी. 

पहले गिने जाएंगे पोस्टल बैलेट:

बताया जा रहा है कि प्रत्येक हॉल में बैलेट पेपर की गिनती के लिए एक टेबल लगाया जाएगा. मतगणना के दौरान पहले पोस्ट बैलेट की गिनती होगी. 15वें टेबल पर डाक मत-पत्राें की गिनती होगी. पोस्टल बैलेट की गिनती समाप्त होने के आधे घंटे बाद ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी. इसके अतिरिक्त कोरोना के मद्देनजर वृद्धजनों से उनके घरों पर जाकर कराई गई वोटिंग की भी गिनती पहले की जाएगी.

सुबह 7 बजे के बाद मिलेगा प्रवेश, अनुमति पत्र आवश्यक:

मतगणना के दिन सुबह 7 बजे बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र पर प्रत्याशियों के काउंटिंग एजेंट को प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. प्रवेश के समय उनको उन्हें मतगणना के लिए दिए गए पहचान पत्रों को साथ रखना होगा. बिना पहचान पत्रों के उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. प्रवेश के साथ एजेंट अपने निर्धारित टेबल पर पहुंचेंगे. उन्हें किसी अन्य टेबल पर जाने की अनुमति नहीं होगी. 

त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच होगी मतगणना, पोर्टल पर अपलोड होगा डाटा:

सभी प्रक्रियाएं त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच की जाएगी. जिसको लेकर पूरी तैयारी की गई है. सीआरपीएफ, बिहार पुलिस तथा बीएमपी के जवानों के द्वारा  इसके साथ ही मतगणना का डाटा निर्वाचन आयोग पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मिले निर्देशों के अनुसार जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी की है.


















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