बक्सर रेलवे स्टेशन पर बंद हुई मुफ्त इंटरनेट वाई-फाई की सेवा ..

जेनरेटर आदि के प्रयोग से इसका संचालन नहीं होता. इसके अतिरिक्त स्टेशन पर लगाई गई वाई-फाई की सुविधा को भी वर्तमान में पूरी तरह बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अपेक्षाकृत कम आमदनी होने के कारण इस तरह का कदम उठाया गया है.

 

- आर्थिक संकट को पाटने के लिए यात्री सुविधाओं में कमी कर रहा रेलवे
- पूरी तरह से बंद हुआ स्टेशन परिसर में लगा वाईफाई, केवल बिजली से चलाए जा रहे हैं लिफ्ट तथा स्केलेटर

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना काल में रेलवे को भी काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. परिचालन प्रभावित होने के कारण रेलवे को मिलने वाले राजस्व में कमी हुई है. स्थितियां यह हो गई है कि, रेल फिलहाल घाटे में चल रही है. ऐसे में इस घाटे की भरपाई करने के लिए रेलवे ने अब एक नया रास्ता निकाला है. वह यात्री सुविधाओं में कमी कर इस खर्च को पूरा करने में लगी हुई है.

बक्सर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 1, 2 तथा 3 पर लगाए गए स्केलेटर, लिफ्ट आदि को भी अब तभी चलाया जाता है जब बिजली होती है. जेनरेटर आदि के प्रयोग से इसका संचालन नहीं होता. इसके अतिरिक्त स्टेशन पर लगाई गई वाई-फाई की सुविधा को भी वर्तमान में पूरी तरह बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अपेक्षाकृत कम आमदनी होने के कारण इस तरह का कदम उठाया गया है.

रेलवे स्टेशन प्रबंधक राजन कुमार के मुताबिक लगातार परिचालन बाधित रहने के कारण रेलवे को आर्थिक रूप से काफी क्षति हो रही है. ऐसे में रेलवे अपने अनावश्यक खर्चों को घटाकर इसकी भरपाई करने की कोशिश में है. हालांकि, इससे भी रेलवे को हो रही क्षति की भरपाई नहीं हो पाएगी लेकिन, कुछ हद तक सहायता जरूर मिलेगी. उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे कोरोना का असर कम होने के बाद उम्मीद है कि, जल्द ही रेलवे का परिचालन शुरू हो. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार गया रेलखंड पर सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू हो गया है उम्मीद की जा रही है कि बक्सर-पटना के बीच अथवा बक्सर और वाराणसी के बीच भी सवारी गाड़ी का परिचालन जल्द ही शुरू किया जाए. हालांकि, अभी भी कोई निर्देश उच्चाधिकारियों से प्राप्त नहीं हुआ है. 

स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होने के कारण यात्रियों की संख्या में भी खासी कमी आई है. ऐसे में सीधे तौर पर रेलवे को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है. हालांकि, कर्मियों के वेतन से लेकर तमाम तरह के खर्चे अभी भी रेलवे के द्वारा किए जा रहे हैं. ऐसे में रेलवे अनावश्यक खर्चो को नियंत्रित करने की योजना बनाकर कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा की उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही परिस्थितियां सुधरेंगी और रेलवे एक बार फिर अपने पुराने स्वरूप में लौटेगा. परिचालन नियमित होगा, जिससे यात्रियों को भी सहूलियत होगी.


















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