बिहारियों के सम्मान की रक्षा के लिए एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही लोजपा: हुलास पांडेय

प्रदेश में जिस प्रकार सुशासन का ढोंग रचा जा रहा है वह अब सबके सामने आ गया है. कोरोना काल में लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल चलकर अपने घरों तक पहुंचे तथा दुर्घटनाओं के शिकार हुए यह बेहद शर्मनाक है. ऐसे में निकम्मी सरकार को बदलने के लिए लोजपा के हाथों को मजबूत करना जरूरी है. 


- जनसंपर्क अभियान के दौरान लोजपा प्रत्याशी ने कहा, भाजपा को मजबूत करने के लिए मैदान में उतरी है लोजपा
- विकास के लिए दिन-रात एक करने का मतदाताओं से किया वादा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एनडीए से अलग होकर चुनाव  लड़ने का फैसला केवल इसलिए लिया गया क्योंकि, बिहार के  वास्तविक विकास एवं बिहारियों को उचित सम्मान दिलाने के लिए यह आवश्यक था. यह कहना है लोजपा के टिकट पर ब्रह्मपुर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हुलास पांडेय का. उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों से कहा कि वह जीत के बाद झूठे विकास के जगह पर लोगों को वास्तविक विकास का अनुभव कराएंगे. चुनाव में अगर उन्हें जीत मिलती है तो वह अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए दिन-रात एक कर देंगे.

उन्होंने कहा कि, ईश्वर रूपी जनता की सेवा के लिए वह सदैव संकल्पित रहे हैं. पूर्व में भी एमएलसी रहते हुए क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने कई काम किए हैं. आगे भी "बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट" के लोजपा के अभियान को आगे बढ़ाते हुए बिहारियों के मान-सम्मान की लड़ाई लड़ते रहेंगे तथा क्षेत्रवासियों को उससे लाभ पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा मतदाताओं को किसी के झांसे में नहीं आना है और 28 अक्टूबर को मतदान कर लोजपा को विजयी बनाना है.

हुलास पांडेय ने आगे कहा कि, चुनाव में बढ़त के साथ भाजपा के हाथ मजबूत करें. बकौल हुलास, प्रदेश में जिस प्रकार सुशासन का ढोंग रचा जा रहा है वह अब सबके सामने आ गया है. कोरोना काल में लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल चलकर अपने घरों तक पहुंचे तथा दुर्घटनाओं के शिकार हुए यह बेहद शर्मनाक है. ऐसे में निकम्मी सरकार को बदलने के लिए लोजपा के हाथों को मजबूत करना जरूरी है. लोजपा ही सही मायनों में विकास की गति को आगे बढ़ाएगी क्योंकि, वर्तमान सरकार अब बेलगाम अफसरशाही के शिकार हो गई.

उन्होंने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने जिस प्रकार यह बात कही है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान है वह बात अक्षरशः सत्य है. लोजपा का एनडीए से अलग होकर 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का उद्देश्य भी यही है कि, वह भाजपा के हाथों को मजबूत करें.



















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