कैदियों ने जाने मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के मंत्र ..

पदाधिकारी ने कहा कि, "व्यस्त रहिए, मस्त रहिए, स्वस्थ रहिए .." के सारगर्भित संदेश से मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरह से अभिव्यक्त किया जा सकता है. मौके पर मनोविश्लेषण कीर्ति पांडेय ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के मूल आत्मा को बताते हुए कहा कि अपने जीवन में अच्छा या बुरा नहीं होता परिस्थितियां उसे अच्छा या बुरा बनाती है. हम उन परिस्थितियों पर ध्यान दें वहीं, परिस्थितियां बताती है कि आप मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं. 
- अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर केंद्रीय कारा में आयोजित हुआ कार्यक्रम
- मौजूद रहे जेल के अधिकारी व मनोचिकित्सक


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर केंद्रीय कारा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर पदाधिकारियों ने बताया कि, मनुष्य के जीवन में प्रेम उत्साह योग एवं अच्छे चरित्र ही मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण हैं. इन मूल्यों को सही से उपयोग करेंगे तो जीवन हमेशा खुशहाल बना रहेगा. केंद्रीय कारा के उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह ने बताया कि, मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते रहते हैं. वहीं, अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के असंतुलन के कारण आप सभी के अंदर है. अतः इसे संतुलित रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों को बराबर करते हुए अपने जीवन में उतारना है. जैसे कि योग, लाफिंग क्लब, भजन-कीर्तन का सदुपयोग प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि सही निर्णय प्राप्त होता है और इससे मानसिक स्वास्थ्य को नियंत्रित रखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि आप अपने जीवन में लोगों की मदद करना शामिल करेंगे. 


पदाधिकारी ने कहा कि, "व्यस्त रहिए, मस्त रहिए, स्वस्थ रहिए .." के सारगर्भित संदेश से मानसिक स्वास्थ्य को पूरी तरह से अभिव्यक्त किया जा सकता है. मौके पर मनोविश्लेषण कीर्ति पांडेय ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के मूल आत्मा को बताते हुए कहा कि अपने जीवन में अच्छा या बुरा नहीं होता परिस्थितियां उसे अच्छा या बुरा बनाती है. हम उन परिस्थितियों पर ध्यान दें वहीं, परिस्थितियां बताती है कि आप मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं. आप निर्णय लेने की क्षमता की निर्णय लेने की क्षमता ही बताती है कि, आप राम बनेंगे या रावण बनेंगे. यही आपके मानसिक स्वास्थ्य का परिचायक है. उन्होंने सभी कर्मियों एवं बंदियों को एक योगाभ्यास करने की सलाह दी तथा उन्होंने योगाभ्यास के माध्यम से इसे समझाया भी. अंत में मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक सरोज कुमार द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया.


















Post a Comment

0 Comments