कार्तिक पूर्णिमा: आस्था के आगे खत्म हो गया कोरोना का भय ..

सोमवार को मुंह अंधेरे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां दीयों की रोशनी से अद्भुत नजारा देखने को मिला. लागों ने सूर्योदय के पूर्व और बाद में घाटों पर पहुंच कर स्नान-ध्यान कर मंदिरों में पूजा-अर्चना की. साथ ही दीपदान भी किया गया. सूर्य की पहली किरण के साथ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा भगवान भास्कर को  नमन किया. 

 






- गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
- दीपदान के दौरान दिखा अलौकिक नजारा


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कार्तिक पूर्णिमा के पावन मौके पर जिले के गंगा घाटों पर मेले का नजारा दिखा. विश्व प्रसिद्ध रामरेखा घाट समेत विभिन्न गंगा घाटों पर पर श्रद्धालुओं की  बड़ी भीड़ देखने को मिली. लोगों ने उत्तर आए ने गंगा में स्नान कर  मोक्ष की कामना की. हालांकि, सोशल डिस्टेंसिंग मास्क आदि पहनने के नियम का अनुपालन होता नहीं दिखा. 


उधर, कार्तिक पूर्णिमा को लेकर रविवार से ही प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद था. घाटों पर जाने वाले रास्ते पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे वही बोट पर सवार होकर विभिन्न गंगा घाटों की निगरानी भी की जा रही थी.





कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए सोमवार को मुंह अंधेरे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां दीयों की रोशनी से अद्भुत नजारा देखने को मिला. लागों ने सूर्योदय के पूर्व और बाद में घाटों पर पहुंच कर स्नान-ध्यान कर मंदिरों में पूजा-अर्चना की. साथ ही दीपदान भी किया गया. सूर्य की पहली किरण के साथ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा भगवान भास्कर को  नमन किया. श्रद्धालुओं का जत्था रविवार की रात से घाटों पर अपना डेरा जमाए लगे थे. गंगा स्नान करने के लिए पहुंची महिलाओं ने स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर नमन किया. कई घाटों पर मन्नत पूरी होने पर विशेष रूप से मां गंगा की पूजा अर्चना की गई.


गंगा स्नान के बाद रामेश्वरनाथ तथा नाथ बाबा मंदिर में भगवान शिव जलार्पण के साथ ही  पूजा-अर्चना की. कार्तिक पूर्णिमा के स्‍नान के लिए उमड़े श्रद्धालुओं के कारण आज मेले सा नज़ारा देखने को मिला. दूर-दराज से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे.













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