इकोलिन सुधारेगी पर्यावरण की सेहत, 24 घंटे के अंदर कचरे से बनेगा ऑर्गेनिक खाद ..

बताया कि अलग-अलग कचरा देने के लिए लोगों को अलग-अलग डस्टबिन दिए गए थे लेकिन, लोग अभी व्यवहार परिवर्तन नहीं कर रहे हैं तथा कचरे को एक साथ दे दे रहे हैं. ऐसे में कचरा पुनर्चक्रण का कार्य बेहद मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग कचरे को अलग-अलग नहीं देंगे उनसे कचरा लेना ही बंद कर दिया जाएगा.

 





- कचरा पुनर्चक्रण को लेकर नगर परिषद ने बनाई नई कार्य योजना, लगाई जाएंगी चार नयी मशीनें
- किसानों को सस्ते दर पर उपलब्ध कराई जाएगी ऑर्गेनिक खाद बढ़ेगी भूमि की उर्वरा शक्ति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद के द्वारा वार्ड संख्या 33 में लाखों रुपयों की लागत से बनाए गए कचरा पुनर्चक्रण पिट के बेकार साबित होने के बाद नगर परिषद ने कचरा पुनर्चक्रण के लिए अब नई तरकीब निकाली है. परिषद के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक इकोलिन मशीन लगाकर 24 घंटे के अंदर कचरे से खाद बनाने का कार्य किया जाएगा, जिसके लिए नगर परिषद ने प्रारंभिक चरण में चार मशीनें लगाने का निर्णय लिया है. जानकारी देते हुए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि कचरा पुनर्चक्रण को लेकर कचरे को डंप किए जाने की एक बड़ी समस्या थी. जिसके मद्देनजर इलेक्ट्रॉनिक मशीन को लगाकर 24 घंटे के अंदर कचरे को खाद के रूप में बदल दिया जाएगा.



उन्होंने बताया कि यह मशीन प्रारंभिक चरण में वार्ड संख्या 33 में बने पुराने पुनर्चक्रण पिट में स्थापित किया जाएगा साथ ही साथ नगर के सिविल लाइंस स्थित बड़ी बाजार में भी एक मशीन लगाई जाएगी पिछले 10 दिसंबर की बोर्ड की बैठक में भी इस पर विचार किया गया, जल्द ही कार्ययोजना को मूर्त रूप दिया जाएगा.

80 लाख में लगेंगी चार मशीनें:

बताया जा रहा है कि जो मशीन है लगाई जा रही है उनमें एक की कीमत तकरीबन 20 लाख होगी ऐसे में चार मशीनों को स्थापित किए जाने पर तकरीबन 80 लाख रुपये का खर्च आएगा हालांकि, इन मशीनों के लग जाने से काफी हद तक कचरा पुनर्चक्रण की परियोजना सफल होगी. साथ ही साथ सस्ते दर पर किसानों को ऑर्गेनिक खाद भी मिलेगी.

लोगों से अलग-अलग कचरा देने की अपील:

कार्यपालक पदाधिकारी ने यह भी कहा कि कचरा पुनर्चक्रण अथवा कोई भी परियोजना तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक उसमें जनसहयोग ना मिले. उन्होंने बताया कि अलग-अलग कचरा देने के लिए लोगों को अलग-अलग डस्टबिन दिए गए थे लेकिन, लोग अभी व्यवहार परिवर्तन नहीं कर रहे हैं तथा कचरे को एक साथ दे दे रहे हैं. ऐसे में कचरा पुनर्चक्रण का कार्य बेहद मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग कचरे को अलग-अलग नहीं देंगे उनसे कचरा लेना ही बंद कर दिया जाएगा.

एजेंसी को भी लगाई फटकार:

कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि नगर में कचरा के उठाव के लिए दो एजेंसियां कार्यरत हैं. दोनों एजेंसियों को पत्र लिखकर कड़े शब्दों में यह बताया गया है कि कचरा संग्रहण के दौरान अलग-अलग कचरा लेने की जिम्मेदारी का वह बखूबी निर्वहन करें अन्यथा उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाएगा.












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