सरकारी योजनाओं तथा मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखने की जानकारी से अवगत हुए किसान ..

उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र बक्सर के वैज्ञानिकों को पंचायत स्तर पर किसान बंधुओं को जागरूक करने की अपील की ताकि अधिक से अधिक किसान जागरूक होकर कृषि तकनीकियों से लाभांवित हो सके. साथ ही मिट्टी जाँच, संतुलित उवर्रक का प्रयोग, खेत मे पराली न जलाने तथा जैविक खेती से जुड़े कार्यक्रमों के बारे मे जागरूकता फैलाने एवं इस कार्य हेतु हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया. 

 





- कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित हुआ जागरूकता सह किसान संगोष्ठी कार्यक्रम
- वक्ताओं ने कहा, अंधाधुन खाद के प्रयोग से मृदा का हो रहा क्षरण

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: किसानों को मृदा स्वास्थ्य महत्व एवं इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आज शनिवार को “विश्व मृदा दिवस” के उपलक्ष्य पर कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर द्वारा एक दिवसीय जागरूकता सह किसान गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्धाटन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी पैक्स अध्यक्ष सत्यदेव ओझा, किसान प्रतिनिधि अशोक तिवारी, तथा प्रभारी कार्यक्रम समन्यवक हरिगोबिन्द ने संयुक्त रूप से दीप-प्रज्ज्वलित कर किया.  




कार्यक्रम के विधिवत उद्घाटन के बाद कार्यक्रम समन्वयक ने उपस्थित किसान व अतिथियों का स्वागत करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा संचालित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे-गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत प्रवासी मजदूरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन, सीड हब कार्यक्रम, कस्टम हायरिंग सेंटर, दलहन-तिलहन पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन, निकरा परियोजना, सीसा परियोजना, जलवायु अनुकूल खेती परियोजना, आदि की विस्तृत जानकारी दी.

कार्यक्रम के तकनीकी सत्र मे केन्द्र के विशेषज्ञ डाॅ. देवकरण ने मिट्टी जाँच के महत्व तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के उपयोग के बारे मे उपस्थित किसानों को विस्तृत जानकारी दी. विशेषज्ञ रामकेवल ने बताया कि, ज्यादा उवर्रकों के प्रयोग से मिट्टी की गुणवत्ता में कमी आती है तथा फसलों मे विभिन्न प्रकार के कीट और रोग भी ज्यादा लग रहे है. उन्होने संतुलित मात्रा मे उवर्रक प्रयोग की किसानों से अपील की. विशेषज्ञ डाॅ. मान्धाता सिंह ने पोषक तत्व के महत्व तथा उसके उपयोग के तरीकों के बारे मे विस्तृत जानकारी दी. 

विधायक ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान भाई खेत मे अंधाधुंध उवर्रको का प्रयोग कर रहे है, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता खराब हो रही हैं. उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र बक्सर के वैज्ञानिकों को पंचायत स्तर पर किसान बंधुओं को जागरूक करने की अपील की ताकि अधिक से अधिक किसान जागरूक होकर कृषि तकनीकियों से लाभांवित हो सके. साथ ही मिट्टी जाँच, संतुलित उवर्रक का प्रयोग, खेत मे पराली न जलाने तथा जैविक खेती से जुड़े कार्यक्रमों के बारे मे जागरूकता फैलाने एवं इस कार्य हेतु हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया. कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि विधायक द्वारा किसानो के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण भी किया गया. इस दौरान मंचासीन अतिथि  सत्यदेव ओझा, अशोक तिवारी, डॉ. निसार अहमद, साबित रोहतासवी, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये.


कार्यक्रम में बेबी देवी, तुलसी देवी, खुशबु कुमारी, मीरा देवी, आशा देवी, सुरहा देवी, ललीता देवी, आरती देवी, सोनामती, अनुराग कुमार, मंगलदेव सिंह, छोटू सिंह, डाॅ. सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा, आदि समेत कुल 60 किसान उपस्थित थे. वहीं, केन्द्र के आरिफ परवेज, विकास कुमार, अफरोज सुल्तान, रवि चटर्जी, सरफराज अहमद खान, सुदीप सरकार, संदीप कुमार यादव आदि ने भी कार्यक्रम के आयोजन व संचालन में सहयोग किया.











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