नारद आश्रम पहुँची पंचकोसी यात्रा, कल भभुअर पहुंचेंगे श्रद्धालु ..

सिद्धाश्रम में भगवान श्रीराम यात्रा की स्मृति में आयोजित वार्षिक आध्यात्मिक आयोजन पंचकोशी परिक्रमा का दूसरा पड़ाव रविवार को नदांव के नारदेश्वर आश्रम हुआ. नदांव में मौजूद नारदेश्वर महादेव की विधिवत पूजा अर्चना के बाद साधु-संतों के साथ श्रद्धालुओं ने नारद सरोवर की परिक्रमा की और प्रसाद के रूप में स्वादिष्ट खिचड़ी खाई. पूरे दिन मेला स्थल पर भजन-कीर्तन होता रहा. यात्रा का तीसरा पड़ाव कल सोमवार को भार्गवाश्रम (भभुअर) पर है.




- 5 दिसंबर से आयोजित है पंचकोसी यात्रा 9 को बक्सर में होगा समापन
- नारद मुनि के आश्रम में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से की पूजा-अर्चना, खाया प्रसाद

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सिद्धाश्रम में भगवान श्रीराम यात्रा की स्मृति में आयोजित वार्षिक आध्यात्मिक आयोजन पंचकोशी परिक्रमा का दूसरा पड़ाव रविवार को नदांव के नारदेश्वर आश्रम हुआ. नदांव में मौजूद नारदेश्वर महादेव की विधिवत पूजा अर्चना के बाद साधु-संतों के साथ श्रद्धालुओं ने नारद सरोवर की परिक्रमा की और प्रसाद के रूप में स्वादिष्ट खिचड़ी खाई. पूरे दिन मेला स्थल पर भजन-कीर्तन होता रहा. यात्रा का तीसरा पड़ाव कल सोमवार को भार्गवाश्रम (भभुअर) पर है.




कहते हैं कि धर्म का संबंध ईश्वर में आस्था से है और बक्सर सनातनी आस्था का बहुत बड़ा केन्द्र है. क्योंकि यह सिद्धों की भूमि है और जिन्होंने भी तप किया उन्हें सिद्धियां प्राप्त हुई. पंचकोशी यात्रा के द्वितीय पड़ाव के संदर्भ में ऐसी मान्यता है कि श्री नारद जी जब भगवान की मायारुपी विश्वमोहिनी के स्वयंवर में विवाह की कामना से ग्रसित हो भगवान विष्णु से वरदान प्राप्ति के पश्चात भी सफल नहीं हुए तब क्रोधवश उन्होंने भगवान को शाप दे डाला. बाद में श्री नारद जी को अपने भूल की अनुभूति हुई और तब उसी भूल के परिमार्जन हेतु नारद जी ने यहां भगवान शिव की तपस्या की और उस भूल से मुक्त हुए. इस दौरान संत विद्वानों ने इस धर्मस्थल (नारदेश्वर आश्रम) के पौराणिक महत्व की चर्चा में कहा कि त्रेतायुग में भगवान श्री राम अपने अनुज लक्ष्मण के साथ महर्षि विश्वामित्र के निर्देश पर देवर्षि नारद से आशीर्वाद लेने के लिए नदांव स्थित उनके आश्रम पर पहुंचे थे जहां देवर्षि ने खिचड़ी खिलाकर उनकी आवभगत की थी. उसी परंपरा का निर्वहन सदियों से होते आ रहा है. मौके पर संत उद्धवाचार्य, कुलशेखराचार्य, दीनानाथ शास्त्री, श्यामनंदन शास्त्री, विश्वकसेन दास आदि भक्तों द्वारा परिक्रमा उपरांत श्रद्धालु यात्रियों के बीच खिचड़ी प्रसाद का वितरण भी किया गया.







मेला की सुरक्षा में लगे थे पुलिस कर्मी;

सदर प्रखंड के नदांव में रविवार को आयोजित पंचकोशी परिक्रमा मेला की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे. इसको लेकर पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में जिला बल के जवान मुस्तैद थे. ताकि, किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हो. पुलिस के जवान मेले में भ्रमण कर वहां पहुंचने वाले लोगों की एक-एक गतिविधियों पर नजर रख रहे थे तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के उपाय कर रहे थे. इस क्रम में प्रशासनिक पदाधिकारी मेला की व्यवस्था का जायजा लेने अहिरौली गांव भी पहुंचे हुए थे. जिससे पंचकोशी परिक्रमा समिति के लोग भी संतुष्ट दिखे. समिति के लोगों ने बताया कि अनुमंडलाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय खुद व्यवस्था की मॉनिटरिग कर रहे हैं.








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