शांतिपूर्ण ढंग से संचालित सिपाही भर्ती परीक्षा में 1644 परीक्षार्थी अनुपस्थित ..

परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी 1 दिन पूर्व से ही पहुंचने लगे थे सुबह ट्रेनों तथा विभिन्न बसों के माध्यम से परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे जिससे कि रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड में भीड़-भाड़ का नजारा देखने को मिला. परीक्षा देने के पश्चात परीक्षार्थी सीधे वह बक्सर रेलवे स्टेशन की तरफ दौड़े जहां अपराह्न 2:30 बजे पटना तक जाने वाली परीक्षा स्पेशल ट्रेन में सवार होकर वह रवाना हो गए वहीं, डुमरांव में भी अपराह्न 2:50 बजे उन्होंने ट्रेन पकड़ी.





- जिले के 25 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी सिपाही भर्ती परीक्षा
- परीक्षा देने के बाद स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए परीक्षार्थी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अंतर्गत बिहार गृह रक्षा वाहिनी सेवा संवर्ग में सिपाही पद पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन रविवार को जिले के सभी 25 केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपादित हुई. दो घंटे की यह परीक्षा पूर्वाह्न 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित हुई. इन परीक्षा केन्द्रों पर कुल 7752 परीक्षार्थी परीक्षा देने वाले थे लेकिन, केवल 6108 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए. इस प्रकार कुल 1644 परीक्षा में अनुपस्थित पाए गए. इसके मद्देनजर विधि व्यवस्था के संधारण को लेकर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षकों ने भी बखूबी अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. इस दौरान किसी भी केंद्र से कदाचार की कोई सूचना नहीं मिली. 

उधर, परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी 1 दिन पूर्व से ही पहुंचने लगे थे सुबह ट्रेनों तथा विभिन्न बसों के माध्यम से परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे जिससे कि रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड में भीड़-भाड़ का नजारा देखने को मिला. परीक्षा देने के पश्चात परीक्षार्थी सीधे वह बक्सर रेलवे स्टेशन की तरफ दौड़े जहां अपराह्न 2:30 बजे पटना तक जाने वाली परीक्षा स्पेशल ट्रेन में सवार होकर वह रवाना हो गए वहीं, डुमरांव में भी अपराह्न 2:50 बजे उन्होंने ट्रेन पकड़ी.

इसके पूर्व केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त स्टैटिक, गश्ती दंडाधिकारी एवं प्रेक्षकों को परीक्षा के सफल संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे. उप विकास आयुक्त ने बैठक कर परीक्षा में प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारियों और अन्य पदाधिकारियों को परीक्षा के सफल संचालन के संदर्भ में निर्देश दिए थे. परीक्षा केन्द्रों के 200 मीटर की दूरी तक एसडीओ धारा 144 लागू थी. यही नहीं, परीक्षा की तिथि को परीक्षा केन्द्रों के आस-पास की फोटोस्टेट की दुकानों को परीक्षा समाप्ति तक बंद कराया गया था. एसडीएम एवं डीएसपी बक्सर एवं डुमरांव सोशल मीडिया पर बने साइबर सेनानी व्हाटसअप ग्रुप पर भी लगातार नजर रखे हुए थे. वहीं अग्निशामन पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन के द्वारा अग्निशामन वाहन तथा चिकित्सक व जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस को तैयार हालत में रखने का निर्देश दिया गया था.



फोटो पहचान पत्र देख कर ही मिला प्रवेश:

किसी भी परीक्षार्थी को बिना फोटो पहचान पत्र के किसी भी परिस्थिति में परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया गया. परीक्षार्थियों को यह कहा गया था कि वह मास्क एवं सैनिटाइजर के साथ परीक्षा केन्द्र पर आ सकते हैं हालांकि, कोई भी परीक्षार्थी ई-प्रवेश पत्र पर कुछ नहीं लिखेगा. इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के भी ले जाने पर मनाही थी. इसके अतिरिक्त प्रवेश द्वार पर ही थर्मल स्कैनिंग आदि करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया जिससे कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सामान्य सतर्कता कायम रहे.

प्रत्येक पांच केन्द्र पर तैनात था एक उड़नदस्ता:

प्रत्येक पांच परीक्षा केन्द्र पर एक उड़नदस्ता दल की प्रतिनियुक्त की गयी थी, जो परीक्षा के स्वच्छ रूप से संचालन के लिए केन्द्रों का औचक रूप से निरीक्षण करते रहे. जिले में 25 केन्द्रों पर 25 स्टैटिक दण्डाधिकारी-सह-प्रेक्षक एवं पुलिस पदाधिकारी, 10 जोनल मजिस्ट्रेट-सह-समन्वय प्रेक्षक एवं पुलिस पदाधिकारी, 03 उड़नदस्ता दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी तथा 03 सुरक्षित दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्त की गयी थी.

समाहरणालय में कार्यरत था जिला नियंत्रण कक्ष:

परीक्षा के सुव्यवस्थित संचालन हेतु जिला नियंत्रण कक्ष समाहरणालय स्थित कोषागार कार्यालय के ऊपरी तल पर कार्यरत था. नियंत्रण कक्ष के संपूर्ण प्रभार में जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक पूनम कुमारी, मौजूद रही. जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि परीक्षा सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हुई. कहीं से भी किसी निष्कासन की सूचना नहीं मिली.









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