हाइटेक ठग झोंक रहे थे अधिकारियों की आंखों में धूल, एसपी ने दिए गिरफ्तारी के आदेश ..

बाद में तफ्तीश में यह ज्ञात हुआ कि उक्त एजेंसी के प्रतिनिधि द्वारा बक्सर एसडीपीओ गोरख राम से संपर्क किया गया था जिनके द्वारा एक पत्र जारी कर उसे 100 रुपये की वसूली की अनुमति दी गई थी दरअसल, एसडीपीओ को ऐसा लगा था कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत थी वह एजेंसी रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का कार्य कर रही है जबकि, ऐसा नहीं था. 
एनएच-84  पर  दलसागर के पास इसी स्थान पर लगाया जा रहा था कथित वाहन दुर्घटना नियंत्रण शिविर






- एसडीपीओ के द्वारा जारी पत्र को एसपी ने किया निरस्त कहा, देखे जाने पर हो ठगों की गिरफ्तारी
- खबर प्रकाशित होने के बाद दलसागर के समीप से भाग निकली ठगों की टोली

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सड़क सुरक्षा शिविर के नाम पर 100 रुपये की वसूली किए जाने के मामले में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कार्रवाई शुरू की गई है. बताया जा रहा है कि जैसे ही इस बात की सूचना प्रशासनिक महकमे में पहुंची 100 रुपये की वसूली कर रही कथित एजेंसी भी मौके से भाग निकली. बाद में तफ्तीश में यह ज्ञात हुआ कि उक्त एजेंसी के प्रतिनिधि द्वारा बक्सर एसडीपीओ गोरख राम से संपर्क किया गया था जिनके द्वारा एक पत्र जारी कर उसे 100 रुपये की वसूली की अनुमति दी गई थी दरअसल, एसडीपीओ को ऐसा लगा था कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत थी वह एजेंसी रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का कार्य कर रही है जबकि, ऐसा नहीं था. 

ऐसे में एसपी नीरज कुमार सिंह ने एसडीपीओ के द्वारा पूर्व में निर्गत किए गए पत्र को रद्द कर दिया गया तथा स्पष्ट रूप से यह निर्देश दिया गया कि, इस तरह की किसी एजेंसी के द्वारा जिले में किसी भी थाना अंतर्गत अगर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने तथा उसके नाम पर वसूली करने की बात सामने आती है तो उन्हें तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया जाए.




इस बाबत जानकारी देते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज कुमार रजक ने बताया कि वर्ष 2017 में विभाग के द्वारा रिफ्लेक्टिव टेप लगाने के लिए जो दर निर्धारित है उसके अनुसार 50 एमएम के रिफ्लेक्टिव टेप को 35 रुपये प्रति फीट तथा 20 एमएम के रिफ्लेक्टिव टेप को 20 रुपये प्रति फ़ीट के हिसाब से लगाया जाना है. जिसके लिए बक्सर जिले में केवल एक एजेंसी (जो कि बाजार समिति रोड में है) ने प्रस्ताव दिया है हालांकि, उसके द्वारा भी इस तरह का काम किया जा रहा है कि नहीं इसकी कोई जानकारी अभी नहीं है.

यूपी का रहने वाला है ठग:

डीटीओ ने बताया कि जिस व्यक्ति ने एसडीपीओ गोरख राम के यहां संपर्क कर उनसे रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की अनुमति मांगी थी वह उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला कोई पप्पू सिंह है हालांकि, एसडीपीओ को इस संदर्भ में एक बार उनसे संपर्क अवश्य कर लेना चाहिए था ऐसा नहीं करने के कारण ही ठग को मौका मिल गया.

पुलिसकर्मियों से कहा, है थानेदार का निर्देश:

डीटीओ के मुताबिक नगर में नो-एंट्री होने के कारण दिन में दलसागर के समीप ट्रकों को खड़ा कराया जाता है. वहां पर पुलिस बलों की मौजूदगी भी होती है. ठग सीधे वही पहुंच गया और उसने जाकर यह कहा कि थानेदार के निर्देश पर उन्हें आने-जाने वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप चिपकाना है. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी उसके झांसे में आ गए और उसके साथ मिलकर एक चिपकाने का काम करने लगे. डीटीओ के मुताबिक बाद में थानाध्यक्ष को यह ज्ञात हुआ तो उन्होंने तुरंत ही इस वसूली को रुकवाया हालांकि, बाद में ठग भी वहाँ से निकल गया.

सड़क सुरक्षा के नोडल पदाधिकारी हैं डीएसपी हेडक्वार्टर:

डीटीओ ने बताया कि सड़क सुरक्षा के पुलिस के नोडल ऑफिसर डीएसपी हेडक्वार्टर होते हैं वहीं, सड़क सुरक्षा के अध्यक्ष जिला पदाधिकारी एवं सचिव वह स्वयं है. ऐसे में एसडीपीओ को चाहिए था कि वह इनमें से किसी से भी संपर्क कर लें तथा सच्चाई को जान लें.

कहते हैं डीएम:

मामले को लेकर एसपी को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे जो भी ठग आते हैं वह ऊपर का आदेश बता कर ही ठगी करते हैं लेकिन, इनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है.

अमन समीर 
डीएम









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