इसके पूर्व क्रिकेट मैच का शुभारंभ अधीक्षक के द्वारा फीता काटकर किया गया. खेल समाप्ति के बाद उपाधीक्षक के द्वारा उपविजेता टीम "बी" के कप्तान राणा सिंह को ट्रॉफी देकर हौसला बढ़ाया गया तथा कारा अधीक्षक के द्वारा टीम "ए" के कप्तान विश्वजीत पासवान को ट्रॉफी प्रदान की गई.

- कैदियों की टीम रही उप विजेता, मिला खिताब
- व्यवहार परिवर्तन को लेकर किया गया था आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नव वर्ष के मौके पर बक्सर केंद्रीय कारा के बंदियों एवं कारा प्रशासन के बीच एक मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया. जिसमें कारा कर्मियों की टीम "ए" के सामने बंदियों की टीम "बी" मुकाबले के लिए उतरी. क्रिकेट मैच के दौरान जेल कर्मियों की टीम 27 रनों से खिताब पर कब्जा जमाने में सफल रही. मैच में बंदियों की टीम उप विजेता घोषित की गयी.
खेल के शुरुआत में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कारा कर्मियों की टीम ने 16 ओवर में 159 रन बनाए तथा विपक्षी टीम के समक्ष 160 रनों का लक्ष्य रखा. लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम भी ने आठ विकेट गवांकर सभी ओवरों की समाप्ति पर केवल 132 रन ही बनाए. इस प्रकार केंद्रीय कारा कर्मियों की टीम 27 रनों से विजयी घोषित की गई. क्रिकेट मैच के आयोजन में कारा अधीक्षक राजीव कुमार, उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह, मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक सरोज कुमार, कार्यालय लिपिक, कंप्यूटर ऑपरेटर, कक्षपाल, तथा कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. कारा कर्मियों की टीम के कप्तान उच्च कक्षपाल विश्वजीत पासवान बनाए गए थे. टीम में कक्षपाल राजेश कुमार धर्मवीर शाह, कुमार ताराचंद, गौतम कुमार, सरोज कुमार आर्य, रोहित कुमार पांडेय, सौरभ कुमार, गृह रक्षक मनोहर कुमार, कार्यपालक सहायक राहुल कुमार साह एवं कारा कर्मी के पुत्र बबलू कुमार तथा बंदियों की टीम बी में कप्तान के रूप में राणा सिंह थे तथा खिलाड़ियों में विवेक मिश्रा, विकास सिंह, राहुल यादव, भजन यादव, दीपक प्रधान, शेषनाथ, दीपक कुमार, उत्तम प्रसाद, दीपक राय, युवराज सिंह खेल में शामिल रहे. अंपायर के रूप में कक्षपाल नीरज कुमार एवं बंदियों की तरफ से अंपायर के रूप में हरेंद्र चौधरी खेल में मौजूद रहे.
इसके पूर्व क्रिकेट मैच का शुभारंभ अधीक्षक के द्वारा फीता काटकर किया गया. खेल समाप्ति के बाद उपाधीक्षक के द्वारा उपविजेता टीम "बी" के कप्तान राणा सिंह को ट्रॉफी देकर हौसला बढ़ाया गया तथा कारा अधीक्षक के द्वारा टीम "ए" के कप्तान विश्वजीत पासवान को ट्रॉफी प्रदान की गई. कारा प्रशासन की तरफ से मैन ऑफ द मैच कक्षपाल राजेश कुमार रहे, जिन्हें मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक सरोज कुमार के द्वारा सम्मानित किया गया. मैच की समाप्ति के मौके पर अपने संबोधन में कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने कारा प्रशासन तथा बंदियों को प्रेम पूर्वक रहते हुए रचनात्मक कार्य में भाग लेने हेतु को प्रेरित किया. उन्होंने कैदियों को उत्साहित करते हुए कहा कि अपराध करना उस वक्त की एक मानसिक अथवा मनोवैज्ञानिक स्थिति होती है किंतु, वह स्थिति हर वक्त नहीं रहती. ऐसे में कारा के अंदर बीते क्रियाकलापों के दुष्परिणामों को समझते हुए समाज के मुख्यधारा में आपसी सद्भाव भाईचारा एवं प्रेम तथा सहयोग से सामाजिक मूल्यों को समझते हुए जुड़ा जा सकता है. उन्होंने पूर्ण अनुशासन में खेल कार्यक्रम के संपन्न होने पर सभी बंदियों कर्मियों एवं कारा पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया.
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