नासिक से आ रहा सहजन, बक्सर से नहीं जा रहा टमाटर ..

बताते हैं कि किसान स्पेशल ट्रेन सप्ताह में 3 दिन बुध शुक्र और रवि को संचालित होती है जो कि अप में तकरीबन 12:30 बजे और डाउन में रात्रि 10:00 बजे बक्सर पहुंचती है. उन्होंने कहा कि संभवत किसान जागरूकता के अभाव में इस ट्रेन में बक्सर से बाहर अपने उत्पाद को भेजने के लिए बुकिंग नहीं करा पा रहे हैं जबकि, ट्रेन से अपने उत्पाद को  बाहर भेजना उनके लिए सस्ता तथा मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है.






- जागरूकता का आभाव बन रहा नए बाजार तलाशने में बाधक
- काफी कम किराए में लंबी दूरी से आता है उत्पाद

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: किसान स्पेशल ट्रेन शुरू हो जाने के बाद बक्सर में अब बाहर के बाजारों से सब्जी फल आसानी से आ जा रहे हैं. बक्सर में नासिक का सहजन और प्याज तो आ ही रहा है साथ ही साथ भुसावल से नींबू तथा खंडवा से प्याज की खेप भी पहुंच रही है. इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न भागों से सेब, अनार, पपीता तथा अन्य फलों की खेप भी जिले में पहुंच रही है बताया जा रहा है कि, इस ट्रेन की सहायता से दूसरे प्रदेशों के व्यापारी जिले में अपने उत्पाद को बेचकर भारी मुनाफा कमा रहे हैं हालांकि, बक्सर के किसान तथा व्यापारी इस अवसर का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. 

कैरियर बुकिंग क्लर्क आर.बी. श्रीवास्तव बताते हैं कि किसान स्पेशल ट्रेन सप्ताह में 3 दिन बुध शुक्र और रवि को संचालित होती है जो कि अप में तकरीबन 12:30 बजे और डाउन में रात्रि 10:00 बजे बक्सर पहुंचती है. उन्होंने कहा कि संभवत किसान जागरूकता के अभाव में इस ट्रेन में बक्सर से बाहर अपने उत्पाद को भेजने के लिए बुकिंग नहीं करा पा रहे हैं जबकि, ट्रेन से अपने उत्पाद को  बाहर भेजना उनके लिए सस्ता तथा मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है.



31 घंटे में तय करती है महाराष्ट्र के देवलाली से दानापुर का सफर:

किसान स्पेशल ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली से अपना सफर शुरु करती है और 31 घंटे में 1519 किलोमीटर सफर को तय कर दानापुर पहुंचती है. यह ट्रेन नासिक, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुहारनपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, माणिकपुर, प्रयागराज, छेवकी, वाराणसी तथा बक्सर में रुकते हुए दानापुर तक जाती है.

महाराष्ट्र में महक सकती है कतरनी की खुशबू:

सरकार द्वारा चलाई गई किसान एक्सप्रेस बाहरी किसानों के लिए तो बेहद मुनाफे का सौदा साबित हो ही रही है. बक्सर के किसान भी इसकी सहायता से कतरनी चावल की खुशबू दिल्ली, हरियाणा व महाराष्ट्र में बिखेर सकते हैं. ट्रेन के द्वारा परिवहन का कम खर्च किसानों की जेबें नहीं ढीली नहीं करेगा. पिछले दिनों जहां बाजार में प्याज की कीमत को लेकर हाहाकार मचा हुआ था वहीं किसान एक्सप्रेस से पहुँचा नासिक का प्याज बेहद कम दर पर ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा.



किराए में भी मिल रही 50 फीसद की छूट:

किसान एक्सप्रेस का किराया सड़क परिवहन से काफी कम है साथ ही उत्पाद जल्द गंतव्य तक पहुंच जा रहा है. इस ट्रेन से प्याज मंगवाने वाले दुकानदार राजेश कुमार ने बताया कि, उन्होंने नासिक में सोमवार को प्याज बुक कराया था जिसके लिए उन्होंने यहां से व्यापारी को फोन कर दिया था तीसरे दिन यानि की बुधवार को प्याज किसान एक्सप्रेस से बक्सर पहुंच गया. उन्होंने बताया कि साढ़े 45 क्विंटल प्याज के लिए 13 हज़ार 303 रुपये निर्धारित है जिनमें से उन्हें 50 फीसद की छूट देने के बाद उन्हें केवल 67 सौ रुपये का किराया देना पड़ा.
 
किसानों को मिल रहा बड़ा बाजार, व्यापारियों को ताज़ा उत्पाद:

किसान एक्सप्रेस यह ट्रेन बुध, शुक्र और रविवार को बक्सर पहुंचती है. एक तरफ जहां नासिक का सहजन, प्याज, भुसावल का नींबू तथा अन्य शहरों से पपीता, सेब आदि फल बक्सर वासियों के लिए कम कीमत पर उपलब्ध होंगे वहीं, बक्सर के किसान को अपना धान बेचने के लिए भी ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी और बाहर के लोगों को कम कीमत में धान और चावल उपलब्ध हो जाएगा. इस स्पेशल ट्रेन के द्वारा स्थानीय किसानों को अब एक बेहतर बाजार मिल गया है. व्यापारियों को भी समय पर फ्रेश फल और सब्जी आसानी से इसके जरिए उपलब्ध हो जा रही है.

कहते हैं अधिकारी:

किसान स्पेशल ट्रेन किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है हालांकि, बक्सर के किसान अभी इसका पूरा लाभ नहीं ले पा रहे जबकि, बाहर के किसानों को इस ट्रेन में अपने प्रदेश में एक बड़ा बाजार उपलब्ध कराया है.

आर.बी.श्रीवास्तव
कैरियर बुकिंग क्लर्क,
बक्सर रेलवे स्टेशन






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