वीडियो: अच्छी ख़बर: मेंथॉल का इंटरनेशनल मार्केट बनेगा जिला, होगी सामूहिक खेती ..

किसानों की आमदनी में वृद्धि की योजना के तहत किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर अलग तरह की खेती किए जाने हेतु प्रोत्साहन देने के अपने लक्ष्य के तहत जिले में मेंथॉल की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. किसान अब सामूहिक खेती करेंगे. जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर कृषि विभाग इसको लेकर रणनीति बनाने में जुट गया है. 








- जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर रणनीति बनाने में जुटा कृषि विभाग
- उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जैसे जिलों की बराबरी करेगा अपना जिला

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: किसानों की आमदनी में वृद्धि की योजना के तहत किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर अलग तरह की खेती किए जाने हेतु प्रोत्साहन देने के अपने लक्ष्य के तहत जिले में मेंथॉल की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. किसान अब सामूहिक खेती करेंगे. जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर कृषि विभाग इसको लेकर रणनीति बनाने में जुट गया है. इस योजना के तहत खेती किए जाने के बाद किसानों की फसल से ऑयल निकालने तथा उसे बाजार तक पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन उठाएगा.


इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) के परियोजना निदेशक राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में मेंथा की खेती बहुतायत में होती है. नावानगर, इटाढ़ी तथा राजपुर के कई किसान कई बीघे में मेंथा की खेती करते हैं. यह खेती उनके लिए मुनाफे का सौदा तो साबित होती है लेकिन, फसल काटने से लेकर उसे तेल निकालने तथा फिर उसे बाजार तक पहुंचाने उनके लिए काफी मुश्किल होता है. ऐसे में किसान निराश हो जाते हैं लेकिन, जिला प्रशासन के द्वारा किसानों की निराशा को आशा में बदलते हुए बक्सर को मेंथा के हब के रूप में बदले जाने की योजना बनाई गई है.



कराई जाएगी सामूहिक खेती, एफपीओ का होगा गठन:

परियोजना निदेशक ने कहा कि किसानों की फसल को उचित बाजार दिलाने के लिए यह आवश्यक है कि उत्पादन व्यापक पैमाने पर हो. इसके लिए किसानों को सामूहिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसके बाद एफपीओ का गठन कर किसानों का एक समूह बनाया जाएगा जो सामूहिक तौर पर अपनी फसल से प्राप्त उत्पाद को बाहर से आने वाली कंपनियों को बेचेंगे.

उत्तर प्रदेश की तरह ही बक्सर में व्यापक पैमाने पर होगी खेती:

परियोजना निदेशक ने बताया जिस प्रकार उत्तर प्रदेश के बाराबंकी आदि जगहों पर व्यापक पैमाने पर मेंथा की खेती होती है. जिसने विश्व भर में उत्तर प्रदेश को एक स्थान दिलाया है. कई विदेशी कंपनियां मेंथा आयल खरीदने के लिए बाराबंकी पहुंचती हैं. अकेले उत्तर प्रदेश में होने वाले उत्पादन के कारण पूरे विश्व में भारत मेंथाल का सबसे बड़ा निर्यातक है. इसी तरह बक्सर जिले में भी मेंथा की खेती को बढ़ावा देने के योजना बनायी गयी है.
वीडियो:








Post a Comment

0 Comments