पंचतत्व में विलीन हुए समाजवादी नेता मिथिलेश सिंह ..

उनके साथी नंद गोपाल प्रसाद ने बताया कि वह बचपन से ही लड़ाकू स्वभाव के थे. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा मुखर रहते थे. समाजवादी आंदोलन में उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई. सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि मिथिलेश सिंह का चला जाना एक युग का अंत है. ऐसे लोग बार-बार जन्म नहीं लेते. 








- अंतिम यात्रा में शामिल हुए हज़ारों लोग
- मिथिलेश सिंह अमर रहे के नारों से गुंजायमान हुआ शमशान घाट

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: 1974 आंदोलन के जुझारू नेता तथा समाजवादी चिंतक मिथिलेश सिंह का अंतिम संस्कार बक्सर के चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में संपन्न हो गया. उनके पुत्र ने उन्हें मुखाग्नि दी. इसके पूर्व उनके शव यात्रा में उनको जानने वाले लोगों के साथ-साथ उनके बचपन के साथी रहे सरकारी अधिवक्ता नंद गोपाल प्रसाद, चंद्र भूषण दूबे, प्रदीप शरण, पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह, रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह, बक्सर सदर विधायक संजय कुमार तिवारी, पूर्व विधायक दाऊद अली, रेडक्रॉस के सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी,  वरिष्ठ पत्रकार दिनेश सिंह, बिहार स्टेट गांधी स्मारक निधि के मंत्री विनोद कुमार रंजन, नागेंद्र सिंह, कुमार नयन व जुनैद आलम, जिला पार्षद बंटी शाही, जदयू नेता अशोक कुमार सिंह के साथ जदयू, भाजपा, राजद, लोजपा, रालोसपा के हजारों नेताओं के साथ आम जनमानस ने उन्हें नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी. 




उनके बारे में बताते हुए उनके साथी नंद गोपाल प्रसाद ने बताया कि वह बचपन से ही लड़ाकू स्वभाव के थे. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा मुखर रहते थे. समाजवादी आंदोलन में उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई. सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि मिथिलेश सिंह का चला जाना एक युग का अंत है. ऐसे लोग बार-बार जन्म नहीं लेते. रेडक्रॉस के सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी, ने अपनी शोक संवेदना में इसे समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया तथा इस दुखद घड़ी में परिजनों को साहस प्रदान करने की कामना ईश्वर से की. जिला परिषद सदस्य बंटी शाही ने कहा मिथिलेश सिंह जैसे संघर्षशील, बेदाग छवि के नेता का जाना समाज के लिए बड़ी क्षति है.











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