वित्तीय अनियमितता मामले में केवल एक एचएम पर कार्रवाई बना चर्चा का विषय ..

बताते हैं कि उन्होंने तत्कालीन डीपीओ सईद अंसारी के कहने पर यह राशि बच्चों को वितरित की थी लेकिन बाद में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी ओंकार नाथ सिंह ने  यह कहते हुए रोक दिया कि जितना हुआ सो हुआ अब खाता खोलकर ही राशि दी जाएगी. 






- विभिन्न विद्यालयों नकद राशि वितरण की सामने आ रही बात
- लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के द्वारा एक माह के अंदर जांच कर दिया गया था आदेश

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: वित्तीय अनियमितता का आरोप झेल रहे जासो मध्य विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य लालबाबू मिश्रा के विरुद्ध लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के द्वारा एक माह के अंदर जांच के आदेश दिए गए हैं वहीं, दूसरी तरफ यह आदेश विभाग में चर्चा का विषय बना है. 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2015-16 की जिस राशि को छात्र-छात्राओं को नकद न देकर आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में हस्तांतरित करना था. उस राशि को अधिकतर विद्यालयों ने छात्र-छात्राओं के बीच नकद ही भुगतान कर दिया है. 




स्वयं लालबाबू मिश्रा बताते हैं कि उन्होंने तत्कालीन डीपीओ सईद अंसारी के कहने पर यह राशि बच्चों को वितरित की थी लेकिन बाद में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी ओंकार नाथ सिंह ने  यह कहते हुए रोक दिया कि जितना हुआ सो हुआ अब खाता खोलकर ही राशि दी जाएगी. उनका कहना है कि अगर पूर्व में ही विभागीय निर्देश से उन्हें अवगत कराया होता तो शायद वह राशि का नगद वितरण न करते बाद में उन्हें 89 हज़ार 900 रुपये की राशि विभाग को लौटा दी. 



ऐसा हुआ तो फसेंगे कई एच एम: 

बताया जा रहा है कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में कई विद्यालयों में बच्चों के बीच नकद राशि का वितरण नहीं हुआ है सभी का कहना है कि उस समय यदि उन्हें यह बात विभाग के द्वारा बताई गई होती तो शायद वह नकद राशि ना बांटते. ऐसे में यदि जांच की जाए तो कई और हेड मास्टर फंस सकते हैं.

प्रभारी एचएम का आरोप, फर्जी टीइटी शिक्षक कर रहे फंसाने की कोशिश:

जासो मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक लालबाबू मिश्रा का कहना है कि, उनके विरुद्ध जिस व्यक्ति के द्वारा परिवाद दायर कराया गया था वह व्यक्ति स्वयं ही फर्जी टीइटी शिक्षक हैं और उनके विरुद्ध वर्ष 2017 में मामला दर्ज कराया गया है. वह कुछ लोगों के साथ मिलकर उनके विरुद्ध साजिश रच रहे हैं.


कहते हैं अधिकारी:

लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में कार्यवाही की जा रही है वहीं, यदि अन्य विद्यालयों में भी इस तरह की वित्तीय अनियमितता की बात सामने आती है तो उसके विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी.

द्विवेश कुमार चौधरी
जिला शिक्षा पदाधिकारी




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