महिला दिवस पर एकजुट हुई सशक्त महिलाएं ..

बक्सर जिले की प्रगतिशील कृषक श्रीमती जूही पाण्डेय ने कृषि के क्षेत्र मे किये जा रहे नवीन कार्य जैसे-अचार बनाना, जैम जैली बनाना, मशरूम उत्पादन के साथ साथ मशरूम के बीज निर्माण के कार्यो के बारे मे उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी.




- अलग-अलग कार्यक्रमों में हुनरमंद महिलाओं ने लिया हिस्सा
- समाज के लिए किए गए अपने योगदान पर की चर्चा


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर:  अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा एक दिवसीय महिला कृषक गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा आयोजित आभासी कार्यक्रम विषय “कृषि एवं उद्यमिता द्वारा नारी सशक्तिकरण” को प्रोजेक्टर के माध्यम से महिला किसानों को दिखाया गया जिसमे कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, कृषि सह पंचायती राज राज्यमंत्री पुरूषोत्तम रूपाला, महानिदेशक आई.सी.ए.आर. डाॅ. त्रिलोचन महापात्रा, उप-महानिदेशक (कृषि प्रसार) डाॅ. ए. के. सिंह ने संबोधित किया. इसके उपरांत  अपराह्न 12 बजे से आयोजित इस महिला किसान गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर पार्षद श्रीमती माया देवी,  वार्ड पार्षद श्रीमती नगमा परवीन व श्रीमती निर्मला देवी तथा प्रभारी प्रमुख श्री हरिगोबिन्द ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया. केन्द्र के प्रभारी ने अतिथियों तथा कृषक महिलाओं का स्वागत करते हुए कृषि मे बढ़ती हुई महिलाओं की भागीदारी, स्वालंबन के लिए महिलाओं द्वारा किये जा उत्कृष्ट कार्य तथा समूह निर्माणकर महिलाओं की जागरूकता के बारे मे जानकारी दी.



बक्सर जिले की प्रगतिशील कृषक श्रीमती जूही पाण्डेय ने कृषि के क्षेत्र मे किये जा रहे नवीन कार्य जैसे-अचार बनाना, जैम जैली बनाना, मशरूम उत्पादन के साथ साथ मशरूम के बीज निर्माण के कार्यो के बारे मे उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी.भरचकिया गाँव की निवासी महिला कृषक श्रीमती इन्द्रासिनी देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह समूह का निर्माण कर मशरूम उत्पादन करती है तथा मेंथा की खेती करके उसके तेल को बाजार मे बिक्री करके अधिक लाभ अर्जित कर रही है.


वार्ड पार्षद नगमा परवीन ने महिलाओं को संगठित हो करके समूह मे काम करने के लिए प्रेरित किया. उन्होने बताया कि आज के परिवेश मे महिलाओं को अच्छे समाज के निर्माण के लिए जागरूक होना बहुत जरूरी है. वार्ड पार्षद श्रीमती निर्मला देवी ने कृषक महिलाओं को बच्चों की अच्छी परवरिश तथा उनको उच्च शिक्षा दिलाने पर जोर दिया.
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, श्रीमती माया देवी ने बताया कि आज महिलाएं कृषि के साथ साथ शिक्षा, तकनीकी, राजनीति, सामाजिक आदि क्षेत्रों मे अपनी अलग पहचान बना रही है. महिलायें अपने आप को शिक्षित करके घर व समाज को एक नई पहचान दिला सकती हैं.कार्यक्रम मे उपस्थित शिक्षिका सीमा देवी तथा देवकी सिंह ने भी महिला प्रतिभागियों के बीच अपने विचार रखें.


तकनीकी सत्र कार्यक्रम मे “गृहवाटिका मे पोषणयुक्त सब्जी फसलों का उत्पादन” विषय पर केन्द्र के श्री हरिगोबिन्द, “वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन” विषय पर डाॅ. देवकरन, “मशरूम उत्पादन” विषय पर श्री रामकेवल तथा “समेकित कृषि प्रणाली” विषय पर डाॅ. मान्धाता सिंह ने विस्तृत जानकारी उपस्थित प्रतिभागियों को दी. प्रतिभागियों के बीच गृहवाटिका को बढ़ावा देने तथा कुपोषण के प्रति जागरूकता हेतु सब्जी फसलों के गुणवत्तायुक्त बीज का वितरण भी किया गया. कार्यक्रम में राधिका कुमारी, श्रीमती माया देवी, विद्यावती देवी, रीना देवी, रेशमी देवी, कलावती देवी, कौशल्या देवी, शीला देवी, शिवकुमारी देवी, तरेगनी देवी, देवन्ती देवी, गीता देवी, आदि समेत कुल 131 प्रतिभागी उपस्थित हुए तथा केन्द्र के श्री आरिफ परवेज, विकास कुमार, अफरोज सुल्तान, भरत राम, रवि चटर्जी, राजेश राय, सरफराज अहमद, अरविन्द कुमार, संदीप कुमार, आदि ने सहयोग किया.


जन शिक्षण संस्थान के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर निदेशिका कुमारी मधु सिंह ने कहा कि नारी की भागीदारी के बिना कोई कार्य पूर्ण नहीं हो सकता. नारी हर क्षेत्र में दस्तक दे चुकी है उन्होंने कौशल विकास से गरीबी दूर होने का संदेश दिया वहीं, संस्थान के कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए कहा कि महिलाएं हुनर सीख कर आगे बढ़ते हुए घर परिवार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती हैं. कार्यक्रम में सफल प्रशिक्षणार्थियों के बीच प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया. उक्त कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थी अनुदेशिका सोनी कुमारी, बिंदु कुमारी, मीरा पांडेय, रामदेव सिंह, लेखापाल कुमार अविनाश, अंजली कुमारी एवं शत्रुघ्न गुप्ता, कोमल कुमारी, रमेश कुमार गुप्ता, राजेश कुमार राम आदि उपस्थित रहे.





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