पॉवर प्लांट के अधिकारियों पर जमीन हड़पने का आरोप लगाने वाले किसान की महीनों इलाज के बाद मौत ..

बावजूद इसके ना तो पुलिस के द्वारा मामले में कोई सकारात्मक कार्रवाई हुई ना ही प्रोजेक्ट के अधिकारियों के द्वारा मुआवजे को लेकर कोई उचित फैसला नहीं लिया गया और अंततः भूस्वामी(उनके पिता) इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया. बेन स्ट्रोक आने के बाद उन्हें वाराणसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 
मृत किसान के पुत्र मोहम्मद असलम

 





- ब्रेन स्ट्रोक के बाद वाराणसी में चल रहा था इलाज
- महीनों तक उपचार के बाद नहीं बचाई जा सकी जान
- न्यायालय के आदेश के बाद दर्ज हुई थी प्राथमिकी, कार्रवाई से असंतुष्ट हैं परिजन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: एसजेवीएन थर्मल पावर प्लांट के स्थापना को भूमि अधिग्रहण के लिए किसान से गलत ढंग से एग्रीमेंट कराने के बाद भूमि के मुआवजे की राशि के लिए बार-बार दौड़ाने से परेशान किसान ने प्रोजेक्ट के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया लेकिन, फिर भी किसान को पुलिस-प्रशासन से कोई मदद नही मिली. व्यवस्था से परेशान किसान को ब्रेन स्ट्रोक आया और वाराणसी में महीनों इलाज चलने के बाद अंततः उन्होंने दम तोड़ दिया.




मामले में उत्तर प्रदेश के गहमर थाना क्षेत्र के बारे गांव के निवासी मो. असलम खान बताते हैं कि चौसा के मोहनपुरवा में अवस्थित उनकी पुश्तैनी जमीन को पॉवर प्लांट के लिए अधिग्रहित किया गया था. अधिग्रहण के दौरान कोई मुआवजा नहीं मिलने पर उनके पिता मोहम्मद मुस्ताक ने पॉवर प्लांट के अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया, जिसजे बाद न्यायालय के आदेश पर मुफस्सिल थाने में एसजेवीएन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव सूद उनके अधीनस्थ कर्मचारी की रवि राजन, आर.एन. बनर्जी और पप्पू कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. बावजूद इसके ना तो पुलिस के द्वारा मामले में कोई सकारात्मक कार्रवाई हुई ना ही प्रोजेक्ट के अधिकारियों के द्वारा मुआवजे को लेकर कोई उचित फैसला नहीं लिया गया और अंततः भूस्वामी(उनके पिता) इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया. बेन स्ट्रोक आने के बाद उन्हें वाराणसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 

किसान की मृत्यु के पश्चात उनके पुत्र ने व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है. उधर मामले में पूछे जाने पर सदर एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि इस मामले की जांच हो रही जांच उपरांत जो भी उचित कार्रवाई होगी वह की जाएगी. उधर इस मामले के सामने आने के बाद लोग दबी जुबान से यह कहते देखे जा रहे हैं कि, प्रशासन पॉवर प्लांट के अधिकारियों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद भी कार्रवाई करने से कतरा रहा है. जबकि, इसी प्रकार का कोई मामला किसी सामान्य व्यक्ति के साथ होता तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाती.











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