ऑक्सीजन सिलेंडर के बदले 10 हज़ार की डिमांड, मचा बवाल पर सामने आई यह सच्चाई ..

उनका कहना है कि, ऑक्सीजन बैंक का फीता कटवा कर उन्होंने इसे जनता की सेवा में समर्पित किया था लेकिन, आवश्यकता पड़ने पर जब जरूरतमंद उनके यहां ऑक्सीजन की डिमांड को पहुंचे तो उनसे बतौर सिक्योरिटी 10 हज़ार रुपये की मांग की गई, मजे की बात तो यह थी ऑक्सीजन के सिलेंडर के लिए उनके पिता रेडक्रॉस की डुमरांव शाखा के सचिव ने स्वयं फोन किया लेकिन, फिर भी डिमांड जारी रही.
काली मंदिर के सौजन्य से ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त कर ले जाता युवक




- सचिव के पुत्र ने सोशल मीडिया पर डाले पोस्ट
- प्रबंधक ने कहा, जमानत के लिए लिया जा रहा था पैसा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: आपदा की घड़ी में प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ सामाजिक लोग भी तन मन धन के साथ सेवा के लिए तत्पर हैं. इसी बीच रेडक्रॉस के सचिव मोहन जी गुप्ता उर्फ शत्रुघ्न प्रसाद गुप्ता के पुत्र ने प्रख्यात समाजसेवी, जगदीश आई हॉस्पिटल के निदेशक रोटरी के सदस्य व नव स्थापित ऑक्सीजन बैंक के प्रबंधक प्रदीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि, ऑक्सीजन बैंक का फीता कटवा कर उन्होंने इसे जनता की सेवा में समर्पित किया था लेकिन, आवश्यकता पड़ने पर जब जरूरतमंद उनके यहां ऑक्सीजन की डिमांड को पहुंचे तो उनसे बतौर सिक्योरिटी 10 हज़ार रुपये की मांग की गई, मजे की बात तो यह थी ऑक्सीजन के सिलेंडर के लिए उनके पिता रेडक्रॉस की डुमरांव शाखा के सचिव ने स्वयं फोन किया लेकिन, फिर भी डिमांड जारी रही. बाद में रुपये देने में असमर्थ व्यक्ति को काली माता मंदिर सेवा समिति के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर दिलाया गया. इस घटनाक्रम से आहत होकर रेडक्रॉस सचिव के पुत्र रोशन गुप्ता ने विभिन्न सोशल साइट्स पर इस बात को प्रकाशित कर दिया जिसके बाद इस पर तरह-तरह की प्रकृति प्रतिक्रिया सामने आने लगी. 


इसी बीच मामले को लेकर प्रदीप जायसवाल से बात की गई. उन्होंने बताया कि उनकी संस्था के द्वारा यह निर्धारित किया गया है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को ऑक्सीजन का सिलेंडर जरूरत के समय दिया जा सके. इस बात के लिए यह नियम रखा गया है कि सिलेंडर ले जाने वाले व्यक्ति से 10 हज़ार रुपये सिक्योरिटी मनी लिया जाएगा, जिससे कि वह काम खत्म होने के साथ ही तुरंत सिलेंडर वापस कर दे इसका केवल यही उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर मिल सके क्योंकि सरकारी सेवा से सिलेंडर ले जाने वाले लोग सिलेंडर अपने घरों में दबा कर बैठे हैं. ऐसे में लोगों को यह बात समझनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर बिना किसी एक्सपर्ट की देखरेख के प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि, ज्यादा ऑक्सीजन देने से फेफड़ों में खराबी भी आ सकती है.











Post a Comment

0 Comments