बंदिशों के बीच मनी ईद, गले नहीं पर दिल से मिले दिल ..

उन्होंने संक्रमण के इस दौर में अपने परिवार की फिक्र छोड़ कर समाज की सेवा में लगे जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक तथा खासतौर पर बक्सर के अनुमंडल पदाधिकारी समेत तमाम पदाधिकारियों कर्मचारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के तमाम लोगों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि इस दौर में मानवता की सेवा करने वाले इन लोगों के कार्यों को मानवता वर्षों तक याद रखेगी. 

ईद के मौके पर सज-धज कर तैयार बच्ची

 




- सामाजिक कार्यकर्ता साबित रोहतासवी ने कोविड-19 में कार्यरत अधिकारियों का जताया आभार
- केंद्रीय कारा के बंदियों ने भी उठाया सेवइयों का लुत्फ

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना की बंदिशों के बीच पूरे जिले में ईद-उल-फित्र हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. लोगों ने अपने अपने घरों से फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए नमाज अता की. इस दौरान लोगों ने बिना गले मिले एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद भी दी. लगातार तीस दिनो तक रोजा रखकर शुक्रवार को ईद के दिन शुकराना (ईद-उल-फित्र) की नमाज मजहबियों द्वारा अपने अपने घरों में अता की गई. ईद की मुबारकबाद एवं भाईचारगी व अमन का पैगाम दिया. फिलहाल कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन को लेकर जिले के किसी भी मस्जिदों में ईद की नमाज अता नहीं की गई. रोजेदारों के द्वारा अपने-अपने घरों मे नमाज अदा कर फिजिकल डिस्टेंसिग के लिहाज से एक दूसरे को गले लगाने की जगह सादगी पूर्ण तरीके से ईद का त्योहार मनाया गया. इस दौरान पूरे जिले में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला. सोशल मीडिया पर ईद की बधाई देने वाले प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा. ईद पर्व के मद्देनजर पूरे जिले में पुलिस प्रशासन के साथ दंडाधिकारी को की मुस्तैदी देखी गई.




साबित खिदमत फाउंडेशन के सचिव सह कठार पंचायत के पंचायत सचिव साबित रोहतासवी ने एक वीडियो बयान जारी कर जिले वासियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कोरोना वायरस की महामारी से जनता को बचाने की अल्लाह से दुआ की. साथ ही उन्होंने संक्रमण के इस दौर में अपने परिवार की फिक्र छोड़ कर समाज की सेवा में लगे जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक तथा खासतौर पर बक्सर के अनुमंडल पदाधिकारी समेत तमाम पदाधिकारियों कर्मचारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के तमाम लोगों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि इस दौर में मानवता की सेवा करने वाले इन लोगों के कार्यों को मानवता वर्षों तक याद रखेगी. उन्होंने कहा कि संक्रमण के कारण भले ही लोग ईद की खुशियां नहीं मना सकते हो लेकिन, यह उम्मीद है कि एक ना एक दिन जरूर खुशियां लौटेंगी. साबित खिदमत फाउंडेशन के निदेशक डॉ. दिलशाद आलम, प्रबंधक मुर्शीद रजा, खालिद रज़ा के साथ-साथ पूरे फाउंडेशन की तरफ से जिले वासियों को ईद की दिली मुबारकबाद दी है.

ईद की खुशियां मनाता परिवार


जेल में भी दिखी ईद की खुशियां बंदियों ने उठाया सेवइयों का लुत्फ़

केंद्रीय कारा में भी मुस्लिम धर्मावलंबियों के बीच पर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला. जेलर त्रिभुवन सिंह ने बताया कि 90 मुस्लिम कैदियों में से 30 ने रोजे रखे थे. उन्होंने पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ अपने रोजे पूरे किए. ईद के मौके पर जेल प्रशासन की तरफ से सभी बंदियों के बीच सेवइयां बांट कर उन्हें बधाई दी गई. जेलर ने बताया कि जेल में हर वर्ग और धर्म के कैदी एक साथ रहते हैं. सभी ने एक दूसरे को पर्व की बधाइयां दी साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए एक दूसरे को मुबारकबाद भी दी.

वीडियो: 









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