दिखने लगा "यास" का प्रभाव, आसमान में छाए बादल, बूंदाबांदी शुरु ..

जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार की शाम से तूफान के प्रभाव के कारण मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है. जिला पदाधिकारी अमन समीर ने इसके प्रभाव को लेकर लोगों को सतर्क रहने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि लोग कमजोर घरों में ना रहे इसके साथ ही बिजली गिरने को लेकर भी अलर्ट है. 


 




- बुधवार की शाम से शुरू हो जाएगी बारिश
- जिला पदाधिकारी ने की सतर्क रहने की अपील

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान का असर बक्सर में दिखना शुरु हो गया है. बुधवार की सुबह से ही जहां बादल आसमान में जमे हुए हैं वहीं, दूसरी तरफ हल्की-फुल्की बूंदाबांदी भी शुरू हो गई है. पिछले तीन-चार दिनों से वातावरण में गर्मी बनी हुई थी मंगलवार को भी दोपहर 3:00 बजे तक धूप बनी रही लेकिन, उसके बाद पूर्व दिशा की ओर से बादल बढ़ते दिखे और कुछ ही देर में आसमान में छा गए. 

मौसम विभाग के द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार की शाम से तूफान के प्रभाव के कारण मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है. जिला पदाधिकारी अमन समीर ने इसके प्रभाव को लेकर लोगों को सतर्क रहने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि लोग कमजोर घरों में ना रहे इसके साथ ही बिजली गिरने को लेकर भी अलर्ट है. ऐसे में लोगों से यह अनुरोध किया गया है कि, वह खराब मौसम में पेड़ों के नीचे अथवा बिजली के खंभों के समीप ना रहे क्योंकि, पेड़ अथवा लोहे के खंभे बिजली को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.



जिलाधिकारी ने आम लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक/ बिना कोई जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकले तथा सजग एवं सतर्क रहें. इसके अतिरिक्त सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को एलर्ट मोड में रहने तथा सभी प्रकार की पूर्व से ही अग्रिम तैयारी कर लेने का निर्देश दिया है ताकि, आकस्मिक स्थिति में सुचारु व्यवस्था कायम रहे. बिजली विभाग के अधिकारियों को विद्युत आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था बनाए रखने हेतु पोल, तार, ट्रांसफार्मर आदि की समुचित व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया है. विशेषकर सरकारी एवं निजी वैसे अस्पताल जहां कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है वैसे अस्पतालों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने हेतु सभी आवश्यक तैयारी अग्रिम रूप से ही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही पावर बैक अप जेनरेटर आदि की भी व्यवस्था रखने को कहा है. 

सिविल सर्जन को नियंत्रण कक्ष में  जीवन रक्षक दवाओं के साथ चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ सहित दो एंबुलेंस की व्यवस्था रखने तथा सभी अनुमंडल  मुख्यालय में एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. 

गंगा नदी में नावो के परिचालन पूर्णत प्रतिबंधित:
 
गंगा में नावों का परिचालन पूर्णतः प्रतिबंधित है अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को अपने स्तर से आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.







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