संचार क्रांति तथा ग्रामीण विकास के जनक थे राजीव गांधी: विश्वनाथ राम

अपने प्राणों की आहुति देकर राष्ट्रीय एकता, अखंडता को कायम रखा. आज उन्हीं की बदौलत संचार क्रांति देखने को मिल रही है. हर हाथ को काम दिलाने के लिए उन्होंने पंचायती राज की पहल शुरू की थी. साथ ही साथ युवाओं के मताधिकार को 18 वर्ष की उम्र से किया था.

 




- राजीव गांधी के बलिदान दिवस पर गरीबों के बीच मास्क व सैनिटाइज़र का हुआ वितरण
- मौके पर मौजूद रहे कई कांग्रेसी नेता, दिवंगत नेता के कृतित्व पर हुई चर्चा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के तीसवें बलिदान दिवस के मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में जिला उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा की अध्यक्षता में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान दिवंगत नेता के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया गया.




कार्यक्रम की शुरुआत में बतौर मुख्य अतिथि राजपुर विधायक विश्वनाथ राम ने दिवंगत नेता के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए किला मैदान के समीप झोपड़पट्टी में रह रहे असहायों के बीच में राजीव गांधी की याद में जिला अध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन के सौजन्य से सैनिटाइजर मास्क का वितरण किया तथा कोविड-19 गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील की.


मुख्य अतिथि ने कहा कि, स्वर्गीय राजीव गांधी की सोच, कार्यशैली राष्ट्रीय एकता के लिए मिसाल है. उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर राष्ट्रीय एकता, अखंडता को कायम रखा. आज उन्हीं की बदौलत संचार क्रांति देखने को मिल रही है. हर हाथ को काम दिलाने के लिए उन्होंने पंचायती राज की पहल शुरू की थी. साथ ही साथ युवाओं के मताधिकार को 18 वर्ष की उम्र से किया था. मौके पर प्रदेश सचिव कामेश्वर पांडेय, ए.आई.सी.सी. के मेंबर डॉ. मनोज  पांडेय, एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक, अनुराग राज त्रिवेदी, राजर्षि राय, विशाल खरवार, सुदर्शन सिंह, गुप्तेश्वर चौबे, जमाल अली, संजय सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे.








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