तूफान के दौरान विद्युत आपूर्ति, जलजमाव तथा दुर्घटनाओं से निपटने के लिए एसडीएम ने तैयार की टीम ..

एसडीएम ने कहा कि, चक्रवाती तूफान (यास) का असर तीन दिन 27,28 एवं 29 तक बने रहने की संभावना व्यक्त की गई है. बिजली विभाग के पदाधिकारी व कर्मी लगातार अपने कार्यस्थल पर जो इंसुलेटर तथा अन्य उपकरण उपकरण मेन पॉवर की तैयारी पहले से कर के रखें ताकि समय आने पर कोई कठिनाई उत्पन्न ना हो सके. 

 





- चक्रवाती तूफान से निबटने के लिए एसडीएम ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, दिए आवश्यक निर्देश
- अधिकारियों व कर्मियों को पढ़ाया कर्तव्य निर्वहन का पाठ

बक्सर टॉप न्यूज़, अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय की अध्यक्षता में बुधवार को बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न चक्रवाती तूफान (यास) की पूर्व तैयारी की समीक्षा करने हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की गई जिसमें सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, सभी सहायक अभियंता व  कनीय अभियंता (विद्युत) सभी बीएचएम सभी ग्रामीण आवास सहायक, वन विभाग के रेंजर उपस्थित रहे.

बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न चक्रवाती तूफान (यास) की स्थिति से अवगत कराया गया कि मौसम विज्ञान केंद्र , पटना के अनुसार यास नामक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. संख्यात्मक मौसम मॉडल आउटपुट के अनुसार अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान यास के बहुत गंभीर बनकर आगे बढ़ने की संभावना है. चक्रवाती तूफान यास को लेकर बिहार के सभी 38 जिलों को अलर्ट जारी किया गया है. बिहार में यास के प्रभाव से पूरे प्रदेश में 27 मई से 28 मई के बीच गरज के साथ छीटें, बिजली, तेज हवा और मध्यम बारिश के साथ - साथ अलग - अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. राज्य भर में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना भी व्यक्त की गई है. यह अपने जिले में कितना ज्यादा नुकसान पहुंचाने की स्थिति में है तथा इसका क्या - या असर हो सकता हैं. इस संबंध में सभी संबंधित पदाधिकारी व कर्मी को निर्देशित किया गया. 



अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि, सभी अंचलाधिकारी पंचायत में लोगों को माईकिंग के माध्यम से सूचित करें कि चक्रवाती तूफान (यास) में 50-60 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है. जिससे कच्चे मकान झुग्गी झोपड़ी, टीन तथा बिजली के खंभों पर असर देखा जा सकता है तथा उन्हें नुकसान होने की संभावना अत्यधिक होती है. पंचायत स्तर के कर्मी यथा किसान सलाहकार, विकास मित्र, आवास सहायक, पंचायत शिक्षकों, जनप्रतिधियों को चक्रवाती तूफान (यास) की भीषणता से अवगत करायें. कमजोर मकान, पेड़ गिर सकते है. मकानों के आसपास पेड़, बिजली के खंभों से नुकसान की संभावना है तथा आवागमन बाधित हो सकता है. 





एसडीएम ने कहा कि, चक्रवाती तूफान (यास) का असर तीन दिन 27,28 एवं 29 तक बने रहने की संभावना व्यक्त की गई है. बिजली विभाग के पदाधिकारी व कर्मी लगातार अपने कार्यस्थल पर जो इंसुलेटर तथा अन्य उपकरण उपकरण मेन पॉवर की तैयारी पहले से कर के रखें ताकि समय आने पर कोई कठिनाई उत्पन्न ना हो सके. नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी तथा प्रखण्ड स्तर पर प्रयाण्ड विकास पदाधिकारी कंट्रोल रूम की स्थापना करें ताकि समय रहते सूचना प्राप्त हो सके तथा हम अत्यधिक नुकसान से बच सके. तेज बारिश की स्थिति में जल - जमाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है. पेड़ गिरने के वजह से आवागमन बाधित होने की समस्या की स्थिति से निपटने के लिए नगर परिषद , बक्सर तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी, थानाध्यक्ष अपने - अपने क्षेत्र में जेसीबी तथा बढई तैयार रखेंगे. बिजली गिरने की भी घटनाए होती है इस वजह से पेड़ के नीचे नहीं रहने, बाहर न निकलने तथा पशु चारे को घर पर ही व्यवस्था करने बाहर ना जाने के लिए लोगों को सूचित किया जाए. 

उन्होंने कहा जहां जल-जमाव की समस्या है वहां नप की कार्यपालक पदाधिकारी व्यवस्था चक्रवाती तूफान (यास) के आने से पूर्व ही सभी व्यवस्था सुनिश्चित करे. सभी स्वास्थ्य प्रबंधक कोविड -19 से जुड़े अस्पतालों में अलग से जनरेटर की व्यवस्था करेंगे ताकि बिजली की आपूर्ति में रुकावट की स्थिति पैदा ना हो. सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी सदर अपने क्षेत्र अंर्तगत सभी पेट्रोल पंप संचालकों को सूचित करेंगे की अपने यहां जेनरेटर की अलग से व्यवस्था कर के रखे. सभी अंचलाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि यदि से किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो अविलंब सहायता प्रदान करेंगे. सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी किसान सलाहकार,आवास सहायक, विकास मित्र को आवश्यकतानुसार कार्य पर लगायेंगे जहां सामुदायिक रसोई संचालित हो रही है वहां की व्यवस्था ठीक की जाए. कच्चा होने की स्थिति में उसे दूसरी जगह पक्के स्थल पर स्थापित करें. 

उन्होंने कहा कि सभी अंचलाधिकारी माइकिंग के माध्यम से प्रचार - प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे. चोट लगने वाले व्यक्तियों के लिए फर्स्ट एड की व्यवस्था कराएं. सभी थानाध्यक्ष, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी बक्सर सदर से बारी - बारी से समीक्षा की गई तथा निदेश दिया गया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा उदासीनता आपदा की स्थिति में कोई पदाधिकारी व कर्मी ना बरते ताकि, जनजीवन प्रभावित ना हो.




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