वीडियो: नालंदा के मजदूरों को बक्सर में बंधक बनाकर काम कराने के मामले में प्रशासन सख्त, बसपा नेता ने दी कड़ी प्रतिक्रिया ..

उन्होंने बताया कि उन्हें डिहरी गांव के मां जानकी ईंट-भट्ठे के संचालक के द्वारा बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था तथा मजदूरी मांगने पर मारने पीटने के साथ हत्या करने तक की धमकी दी जा रही थी. मजदूरों ने बताया कि उन्हें मजदूरी तो दी नहीं गई उल्टे उन्हें भगा दिया गया ऐसे में वह किसी तरह बर्तन आदि बेचकर बक्सर तक पहुंचे थे.




- ईंट-भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों की हत्या की धमकी देते थे संचालक
- मामले में दिए गए हैं जांच के आदेश, अधूरी मजदूरी लेकर ठेकेदार हुआ रवाना

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी गांव स्थित मां जानकी ईंट -भट्ठे के संचालक के द्वारा मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा के श्रमिकों को बंधक बनाकर मजदूरी कराए जाने तथा फिर 9 माह की गर्भवती महिला के साथ साथ 35 से ज्यादा बेबस मजदूरों को मारपीट कर भगा देने के मामले में अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने संज्ञान लिया उन्होंने मामले की जांच करने के लिए श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को निर्देशित किया जिसकी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद वह आगे की कार्रवाई करेंगे.



उधर, इस मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव सरोज राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि इस महामारी में जिस प्रकार से मजदूर खून पसीना बहा कर रोजी-रोटी कमा रहे हैं. ऐसे में गर्भवती महिला के साथ-साथ  भूख प्यास से बिलख रहे मजदूरों तथा उनके बच्चों को भगा देना कतई उचित नहीं है. खास बात यह है कि सभी मजदूर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले के थे. उन्होंने कहा कि जिले में किसी ईंट-भट्ठे के संचालक के द्वारा इस तरह श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार किया जाना कहीं से भी उचित नहीं है. निश्चित रूप से यह प्रशासन की भी चूक है कि ऐसे लोगों पर अंकुश नहीं लगाया जाता. 

ईंट -भट्ठा संचालक ने दी सफाई:

मामले में ईट भट्ठा संचालक शैलेंद्र उर्फ झूलन राय ने सफाई देते हुए कहा है कि, मजदूर ठेकेदार के माध्यम से आए हुए थे तथा ठीकेदार को पैसों का भुगतान कर दिया गया था. ऐसे में यदि मजदूरों को पैसा नहीं मिलता तो उसके लिए वह नहीं ठीकेदार जिम्मेदार है।

ठीकेदार ने कहा अभी भी सवा लाख रुपये दबा कर बैठे हैं संचालक:

इस मामले में पूछे जाने पर ठेकेदार ने बताया कि, संचालक ने बुधवार को मजदूरों की मजदूरी में से काफी पैसे काट कर भुगतान किया. तकरीबन सवा लाख रुपये कम दिए गए हैं हालांकि, जो भी मजदूरी मिली है. वह मजदूरों को ले जाकर दे देंगे.

दरअसल, सोमवार की रात्रि में 35 की संख्या में श्रमिक तथा उनके परिजन बक्सर रेलवे स्टेशन पर भटकते देखे गए थे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्हें डिहरी गांव के मां जानकी ईंट-भट्ठे के संचालक के द्वारा बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था तथा मजदूरी मांगने पर मारने पीटने के साथ हत्या करने तक की धमकी दी जा रही थी. मजदूरों ने बताया कि उन्हें मजदूरी तो दी नहीं गई उल्टे उन्हें भगा दिया गया ऐसे में वह किसी तरह बर्तन आदि बेचकर बक्सर तक पहुंचे थे.

वीडियो: 








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