"ताऊ - ते" के हल्के प्रभाव से पूरे दिन चौपट रही विद्युत आपूर्ति ..

बताते हैं कि, सुबह से ही बिजली गायब थी टंकी में पानी भी नहीं भरा था दोपहर 2:00 बजे बिजली आई और 2:30 बजे चली गई फिर 4:00 बजे आई और 4:40 पर चली गई शाम को 5:30 में पुनः बिजली आई और 5:45 में चली गई. 6:10 बजे आई बिजली 6:58 पर चली गई चली गई ऐसे में दिन भर काफी कष्टप्रद बीता. 
पॉवर कंपनी का डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम

 




- एक साथ खराब हुए दर्जनों इंसुलेटर, कई जगह टूटे तार, पूरे दिन गायब रही बिजली ..
- अलग-अलग इलाकों में 15 से 16 घंटे बाधित रही बिजली आपूर्ति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बिजली बिल वसूली को लेकर चौसक तथा बिजली के अवैध कनेक्शन को लेकर लगभग हर महीने दर्जनों एफआइआर दर्ज कराने वाली साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान कराने के लिए कितनी कृत संकल्पित है, इसका उदाहरण इस बात से समझा जा सकता है कि 19 मई की रात को आए आंधी-तूफान के बाद 20 मई की देर शाम तक बिजली की आपूर्ति को सुचारू नहीं किया जा सका था. जिला मुख्यालय के समीप स्थित पांडेय पट्टी, चक्रहंसी, गोप नुआंव, छोटका नुआंव, लालगंज के साथ-साथ नगर क्षेत्र के बुधनपुरवा, शिवपुरी, सिविल लाइंस जैसे इलाकों में भी पूरे दिन उपभोक्ता बिजली के लिए परेशान रहें. अकेले पांडेय पट्टी इलाके में पूरे दिन बिजली गायब रहने के बाबत पूछे जाने पर स्थानीय इलेक्ट्रिक सुपरवाइजर नीरज सिंह ने बताया गया कि एक-एक कर पूरे दिन में तकरीबन आधा दर्जन इंसुलेटर टूट गए. यह सब 33 केवी के वायर के साथ लगाए गए थे. इन सभी को बनाने का काम लगातार किया जाता रहा लेकिन, जैसे ही विद्युत आपूर्ति बहाल की जाती फिर कहीं से इंसुलेटर टूटने की सूचना मिलती. पूरे दिन अलग-अलग जगहों पर टूटते रहे इंसुलेटर को बदलने के बाद शाम को जैसे ही बिजली की आपूर्ति दी गई वैसे ही पांडेय पट्टी के समीप लोकल ट्रांसमिशन का वायर टूट गया जिसके कारण फिर से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. विद्युत सहायक अभियंता शिवकुमार के मुताबिक नगर में कई जगह इंसुलेटर पंक्चर होने तथा विद्युत तार टूटने की बात सामने आई है. बारिश के दिनों में यह आम बात है.




क्या नहीं हो पा रहा मेंटेनेंस का काम?

विभागीय सूत्र बताते हैं कि बिजली कंपनी के द्वारा मेंटेनेंस का काम समय पर नहीं किया जाता जो इंसुलेटर टूट रहे हैं वह इसलिए टूट रहे हैं क्योंकि काफी दिन पुराने हो जाने के बाद चीनी मिट्टी के बने इंसुलेटर में बारीक दरार आ जाती है बरसात के दिनों में जब इनसे रिस कर पानी खंभों के सहारे अर्थिंग पाता है तो इंसुलेटर टूट जाता है और आपूर्ति बंद हो जाती है. इसके साथ ही कई जगहों पर पुराने जर्जर तारों को भी नहीं बदला गया है बारिश के दिनों में तेज आंधी आंधी चलने के कारण यह तार टूटते रहते हैं.

10 मिनट के लिए आती और आधे घंटे के जाती रही बिजली, हाई वोल्टेज से भी परेशानी

शिवपुरी के रहने वाले विद्युत उपभोक्ता तथा भाजपा नेता धनंजय मिश्रा बताते हैं कि, तकरीबन 16 घंटे से लगातार आंख-मिचौली खेल रही है. 10 मिनट के लिए बिजली आती है और आधे घंटे के लिए चली जाती है. ऐसे ही पूरा दिन बीत गया. पांडेय पट्टी के रहने वाले विनोद कुमार सिंह बताते हैं कि वह गेट-ग्रिल बनाने का काम करते हैं. बिजली चले जाने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. विकास कुमार तिवारी बताते हैं कि, सुबह से ही बिजली गायब थी टंकी में पानी भी नहीं भरा था दोपहर 2:00 बजे बिजली आई और 2:30 बजे चली गई फिर 4:00 बजे आई और 4:40 पर चली गई शाम को 5:30 में पुनः बिजली आई और 5:45 में चली गई. 6:10 बजे आई बिजली 6:58 पर चली गई चली गई ऐसे में दिन भर काफी कष्टप्रद बीता. उधर चरित्र बल निवासी अखिलेश्वर पांडे ने कहा कि हाई वोल्टेज के कारण पूरे दिन परेशानी बनी रही. कई बल्ब फ्यूज हो गए.

कहते हैं अभियंता:

बारिश के कारण अस्पताल रोड, बुधनपुरवा समेत कई इलाकों में बिजली की तारों पर पेड़ भी टूट कर गिर गए थे. कई जगह इंसुलेटर पंचर थे, सुबह से 6 सौ से 7 सौ लोगों का फोन उठाकर उन्हें जवाब दे चुका हूं. अभी लगातार काम जारी है. एक बार किसी जगह फॉल्ट आने पर उसे ढूंढना काफी मुश्किल होता है. बरसात के कारण इस तरह की समस्या है.

शिव कुमार
सहायक अभियंता,
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड









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