झारखंड से गिरफ्तार हुआ सोना लूट का अभियुक्त कुख्यात मदन सोनार ..

नगर थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 30 लाख रुपयों के सोना लूट मामले में फरार चल रहा अभियुक्त मदन सुनार आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने उसे झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लिया है. 





- दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामलों में रहा है अभियुक्त
- जमानत पर छूटकर आने के बाद देता है घटनाओं को अंजाम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  नगर थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 30 लाख रुपयों के सोना लूट मामले में फरार चल रहा अभियुक्त मदन सुनार आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने उसे झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी को लेकर पुलिस जल्द ही बक्सर पहुंच रही है जिसके बाद इस विषय में ज्यादा जानकारी दी जाएगी. बताया जा रहा है कि, थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार को सोना लूट कांड मामले के अनुसंधान की जवाबदेही मिली थी. इसी क्रम में यह सूचना मिली कि झारखंड में छिपा हुआ है जिसके आधार पर उसकी गिरफ्तारी की गई. वह कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के बड़का दिया गांव का रहने वाला है.

दरअसल, 23 अगस्त 2019 को नगर थाना क्षेत्र के ठठेरी बाजार में बिना नाम के सोने चांदी कारीगरी की एक दुकान चलाने वाले पंकज वर्मा नामक व्यवसायी से उस वक्त लूट की घटना को अंजाम दिया गया था जब वह सुबह-सुबह अपनी दुकान खोलने पहुंचे थे. उन्होंने बताया था कि, दिलदारनगर के रहने वाले मनीष वर्मा नामक एक पूर्व परिचित व्यवसायी ने गहने खरीदने के नाम पर उन्हें दुकान पर चलने के लिए कहा जब वह दुकान पर पहुंचे और गहने दिखाने शुरु किए तो मनीष के दो अन्य साथी भी मौके पर पहुंच गए और सब ने मिलकर पिस्तौल के बल पर उनसे गहनों की लूट कर ली। उन्होंने बताया था तकरीबन 1 किलोग्राम के गहनों की लूट की गई थी.

मामले में पीड़ित व्यवसायी के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस मामले के अनुसंधान में जुटी और घटना में नामजद किए गए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया बाद में पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि मदन सोनार ने ही अपना नाम मनीष वर्मा बता कर पंकज वर्मा से मुलाकात की थी और उनसे जान-पहचान बढ़ाते हुए कई बार व्यवसायी के तौर पर ही गहनों की खरीद भी की थी. लगातार संपर्क में रहने के कारण पंकज का विश्वास मदन सोनार उर्फ मनीष वर्मा पर बढ़ता चला गया. इसी विश्वास का फायदा उठाकर मदन सोनार ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया. यहां बता दें कि मदन सोनार पर दो दर्जन से ज्यादा हत्या, लूट तथा आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं, जिनमें जमानत पर छूटने के बाद वह लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है.







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