बालू की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि ने लगाया विकास कार्य की रफ्तार पर ब्रेक ..

सासाराम और बक्सर के बीच की दूरी के किराये को प्रति किलोमीटर 35 रुपये के हिसाब से बालू की कीमतों में जोड़कर निर्धारित कीमत पर उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है लेकिन, सासाराम से बक्सर तक आने में बालू की कीमत 39 सौ रुपये सौ घनफीट से बढ़कर 6 हज़ार रुपये तक पहुंच जा रही. हालांकि आम उपभोक्ताओं को 6 हज़ार में भी बालू नहीं मिल पा रहा है.

 





- 6 हज़ार रुपये निर्धारित कीमत, 10 हज़ार तक बिक रहा बालू
- खनन पदाधिकारी ने कहा, गलत तरीके से बेचने पर की जाएगी कार्रवाई

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक तरफ जहां जिला पदाधिकारी अमन समीर ने अवैध बालू खनन रोकने के लिए बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें व्यापक दिशा निर्देश दिए वहीं, दूसरी तरफ जिले में बालू मनमानी कीमत पर बेचा जा रहा है. माना जा रहा है कि प्रशासनिक सख्ती का हवाला देकर बालू की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि की गई है. प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बक्सर में बिक्री के लिए बालू सासाराम से लाया जा रहा है. सासाराम और बक्सर के बीच की दूरी के किराये को प्रति किलोमीटर 35 रुपये के हिसाब से बालू की कीमतों में जोड़कर निर्धारित कीमत पर उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है लेकिन, सासाराम से बक्सर तक आने में बालू की कीमत 39 सौ रुपये सौ घनफीट से बढ़कर 6 हज़ार रुपये तक पहुंच जा रही. हालांकि आम उपभोक्ताओं को 6 हज़ार में भी बालू नहीं मिल पा रहा है.

जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सह प्रभारी जिला खनन पदाधिकारी राजेंद्र चौधरी के मुताबिक जिले में 41 जगहों पर खुदरा बालू बिक्री की व्यवस्था की गई है. इसके अतिरिक्त अन्य किसी के द्वारा बालू का विक्रय किया जाएगा तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

8 से 10 हजार रुपये प्रति 100 घनफीट हो रही बालू की बिक्री, रुक गए हैं सरकारी तथा गैर सरकारी काम:

मित्रोलोक कॉलोनी में अपना मकान बनवा रही उषा देवी बताती हैं कि खुदरा व्यापारियों के द्वारा बालू 8 हज़ार से 10 हज़ार रुपये प्रति 100 घनफीट(एक ट्रैक्टर ट्रॉली) तक बेचा जा रहा है. ऐसे में उन्होंने गृह निर्माण के कार्य को कुछ दिनों के लिए टाल दिया है. इसके अतिरिक्त चौसा स्थित महर्षि च्यवन मुनि आश्रम के जीर्णोद्धार समेत कई विकास योजनाओं पर ग्रहण लग गया है. माना जा रहा है कि लोगों को आसानी से बालू उपलब्ध नहीं होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है.

बालू की तय कीमत के अलावा भी देना होगा रुपया:

सरकार द्वारा निर्धारित बालू की कीमत के अलावा भी पैसा खरीदने वाले को देना होगा. जैसे कि सासाराम में बालू की प्रति 100 घनफीट कीमत भंडारण स्थल पर 3900 रुपये तय की गई है. इसके अलावा खरीदने वाले को लोडिंग शुल्क के रूप में 300 रुपये, विक्रेता का कमीशन 201 रुपये और ढुलाई भाड़ा प्रति किमी 35 रुपये तक देना होगा. ऐसे में जिले में तकरीबन 6 हज़ार रुपये प्रति 100 घन फ़ीट के हिसाब से बालू का विक्रय करना है.

41लोगों को ही मिली है जिले में बालू के खुदरा व्यापार की अनुमति:

जिले में किन जगहों पर खुदरा बालू का विक्रय हो रहा है इसकी जानकारी लेने के लिए प्रभारी खनन पदाधिकारी राजेंद्र चौधरी से संपर्क किया गया. उन्होंने बताया कि 41 लोगों को विक्रय हेतु अनुज्ञप्ति जारी हुई है लेकिन, उन्होंने उन स्थानों के बारे में जानकारी होने से अनभिज्ञता जताई. उन्होंने कहा इसकी सूची कार्यालय में देखने के बाद ही बता सकते हैं हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि निर्धारित स्थलों के अतिरिक्त कहीं अन्य के विक्रय करने की सूचना मिलने पर विक्रेता के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.







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