वीडियो: संक्रमण काल में नहीं मिले भगवान तो दरवाजे पर ही जलार्पण कर लौट गए श्रद्धालु ..

ऐसी भी स्थिति देखने को मिली, जब श्रद्धालु घाटों की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे और सुरक्षाकर्मी हाथ जोड़कर उनसे यह प्रार्थना कर रहे थे कि वह घाटों की तरफ ना जाए हालांकि, सुरक्षाकर्मियों के द्वारा अनुरोध किए जाने पर श्रद्धालुओं ने उनकी बातों को समझा और दूर से ही भगवान को प्रणाम कर अपने घरों को लौट गए. 

 




- 8 अगस्त तक मंदिरों को बंद रखने का है निर्देश
- सभी प्रमुख शिव मंदिरों के समीप किए गए थे सुरक्षा के इंतजाम

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: संक्रमण काल में मंदिरों तथा धार्मिक स्थलों को 8 अगस्त तक बंद रखे जाने के सरकारी निर्देश के आलोक में जिले के सभी देवालयों में लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित है. ऐसे में सावन की पहली सोमवारी में जिले भर के सभी प्रमुख शिव मंदिरों में लोगों का प्रवेश निषेध कर दिया गया है. वहां पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं ताकि, लोग मंदिरों में न पहुंचे हालांकि, लोगों की आस्था पर प्रतिबंध लगाना प्रशासन के लिए संभव नहीं था. ऐसे में भले ही श्रद्धालु विभिन्न शिव मंदिरों में भगवान भोले शंकर को जलार्पण नहीं कर सके लेकिन, उन्होंने मंदिर के द्वार तथा सीढ़ियों पर ही बेलपत्र तथा जल अर्पित कर अपनी आस्था को कायम रखा. इसके अतिरिक्त कई श्रद्धालुओं ने आसपास के छोटे शिवालयों में जाकर भगवान शिव शिव को जलार्पण कर संक्रमण की भयावहता के बीच मानव कल्याण की कामना की.


लोगों को हाथ जोड़कर मंदिरों की तरफ आने से रोकते रहे सुरक्षाकर्मी:

मंदिरों तथा गंगा घाटों पर जाने वाले लोगों को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को दिनभर काफी मशक्कत करनी पड़ी. कई जगह पर ऐसी भी स्थिति देखने को मिली, जब श्रद्धालु घाटों की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे और सुरक्षाकर्मी हाथ जोड़कर उनसे यह प्रार्थना कर रहे थे कि वह घाटों की तरफ ना जाए हालांकि, सुरक्षाकर्मियों के द्वारा अनुरोध किए जाने पर श्रद्धालुओं ने उनकी बातों को समझा और दूर से ही भगवान को प्रणाम कर अपने घरों को लौट गए. अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने संक्रमण काल के दौरान प्रशासन को सहयोग करने वाले लोगों का धन्यवाद दिया, साथ ही यह कहा कि संक्रमण पर विजय पाने के लिए यह जरूरी है कि लोग इसके लिए सामूहिक रूप से प्रयास करें.

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