भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप एसजेवीएन ने 2023 तक 5 हज़ार मेगा वॉट तथा 2030 तक 12 हज़ार मेगावाट और 2040 तक 25 हज़ार मेगावॉट क्षमता वृद्धि का अपना साझा विजन निर्धारित किया है.
- प्रबंध निदेशक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी
- कहा, 2040 तक 25 हज़ार मेगावॉट क्षमता वृद्धि का है लक्ष्य
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एसजेवीएन जल्द ही बिहार में 200 मेगा वॉट ग्रिड कनेक्टेड सोलर पीवी विद्युत परियोजना की स्थापना करेगा. एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने बताया कि कंपनी ने 13 अगस्त को आयोजित की रिवर्स नीलामी के दौरान बिल्ड ऑन द कॉरपोरेट के आधार पर 3.11 पैसे प्रति यूनिट की दर से 200 मेगावाट परियोजना खुली प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से हासिल की है. उन्होंने बताया कि एसजेवीएएन ने बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी बी आर डी ए के द्वारा 200 मेगावाट क्षमता के सोलर परियोजना के लिए टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया में भाग लिया जिसमें तीन अन्य प्रतिभागियों ने भी भाग लिया था.
बकौल निदेशक, इस परियोजना के निर्माण और विकास की संभावित लागत 1 हज़ार करोड़ रुपये है. इस परियोजना से पहले वर्ष में 420.48 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन की संभावना है. और 25 वर्षों की अवधि में परियोजना संचई विद्युत उत्पादन लगभग 10 हज़ार 512 मिलियन यूनिट होगा. बीआरइडीए तथा एसजेवीएन के मध्य पीपीए पर 25 वर्षों के लिए हस्ताक्षर किए जाएंगे.
श्री शर्मा ने अवगत कराया कि वर्तमान में एसजेवीएन की कुल स्थापित क्षमता 2016.5 मेगावाट है जिसमें 1912 मेगावाट की दो जल विद्युत परियोजनाएं तथा 104 मेगावॉट के चार नवीनीकरण ऊर्जा संयंत्र हैं, जिनमें 6.9 मेगा वॉट के कुल दो सौर संयंत्र तथा 97.6 मेगावॉट के दो पवन संयंत्र शामिल हैं. इससे पहले एसजेवीएन ने गुजरात और उत्तर प्रदेश में कुल 145 मेगावॉट की दो और परियोजनाएं हासिल की हैं. इन दोनों सोलर परियोजनाओं को भी खुली प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से हासिल किया गया है. 200 मेगावॉट के हाल ही के आवंटन के साथ एसजेवीएन के पास अब 345 मेगा वॉट की सोलर परियोजनाएं निष्पादनाधीन है. उन्होंने कहा कि सभी 16 परियोजनाओं को मार्च 2022 तक कमीशन किया जाना है. जो एसजेवीएन की नवीनीकरण क्षमता के लिए एक विशाल बढ़ोतरी होगी.
भारत सरकार के पावर फॉर ऑल विजन को साकार करने की परिकल्पना:
भारत सरकार ने '24×7 पॉवर फॉर ऑल विजन' को परिकल्पित किया है तथा 175 गीगावॉट नवीनीकरण ऊर्जा का लक्ष्य रखा है. जिसमें वर्ष 2022 तक 100 गीगावॉट सोलर के माध्यम से पूरा किया जाना है. गत वर्ष सितंबर में संयुक्त जलवायु कार्यान्वयन शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक से 75 गीगावॉट से बढ़ाकर 2030 तक 450 गीगावॉट नवीनीकरण ऊर्जा के लक्ष्य की घोषणा की थी. भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप एसजेवीएन ने 2023 तक 5 हज़ार मेगा वॉट तथा 2030 तक 12 हज़ार मेगावाट और 2040 तक 25 हज़ार मेगावॉट क्षमता वृद्धि का अपना साझा विजन निर्धारित किया है.
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