घटने लगा गंगा का जलस्तर, 4 घंटे में 4 सेंटीमीटर घट गया पानी ..

प्रभारी मंत्री मंगल पांडेय बताते हैं कि विभिन्न में इलाकों मे जहां खेतों में जलजमाव है वहां से पानी अगर 10 से 12 दिन के अंदर निकल जाता है तो फसल को कोई खास नुकसान नहीं होगा. ज्यादा दिन तक पानी जमा रहने से फसल को नुकसान हो सकता है.




- वाराणसी तथा इलाहाबाद में डेढ़ सेंटीमीटर की रफ्तार से घट रही गंगा
- बोले प्रभारी मंत्री, 10 से 12 दिन में निकला पानी तो फसल को नहीं होगा नुकसान


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिले वासियों के लिए प्रशासन की तरफ से एक राहत भरी खबर दी गई है बताया जा रहा है कि इलाहाबाद वाराणसी के बाद अब बक्सर में भी गंगा का जलस्तर घटने लगा है इलाहाबाद और वाराणसी में जहां ड़ेढ सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर घट रहा है वहीं, इलाहाबाद में तो गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के भी नीचे चला गया है. बक्सर में गंगा के जल स्तर के घटने की रफ्तार 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे है लेकिन, जल स्तर में घटाव की शुरुआत होने से राहत के आसार बनते नजर आ रहे हैं. 

अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि वाराणसी इलाहाबाद में गंगा के जलस्तर में हो रही कमी के बीच इलाहाबाद में जलस्तर चेतावनी बिंदु के भी नीचे चला गया है. इलाहाबाद और वाराणसी में 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा के जलस्तर में कमी आ रही है. वहीं, बक्सर में पिछले 4 घंटों के आंकड़ों पर गौर करें तो शनिवार की सुबह 10 बजे जहां जलस्तर 61.19 मीटर दर्ज किया गया है वहीं, 11 बजे 61.18, 12 बजे 61.17 तथा दिन में 1 बजे 61.16 मीटर दर्ज किया गया है. 

बता दें कि गंगा ने जलस्तर में इस वर्ष का उच्चतम स्तर 61.19 तक बनाया है इसके पूर्व 26 अगस्त 2016 को गंगा अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 61.25 पर पहुंची थी. बक्सर में चेतावनी बिंदु 59.32 और खतरे का निशान 60.32 है. जिले के प्रभारी मंत्री मंगल पांडेय बताते हैं कि विभिन्न में इलाकों मे जहां खेतों में जलजमाव है वहां से पानी अगर 10 से 12 दिन के अंदर निकल जाता है तो फसल को कोई खास नुकसान नहीं होगा. ज्यादा दिन तक पानी जमा रहने से फसल को नुकसान हो सकता है.








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