जिस हिसाब से जलस्तर घट रहा है उसके बाद निकलने वाली तेज दुर्गंध तथा सडांघ से लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा. जलजमाव में डूब कर मरे जीव-जंतुओं की बदबू तथा गंदगी आदि से बीमारियों के फैलने की आशंका है. ऐसे में बाढ़ प्रभावित इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर आदि के छिड़काव की आवश्यकता होगी.
- तेजी से घट रहे जलस्तर के बीच बढ़ रही बीमारियों की आशंका
- तकरीबन 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से घट रहा जलस्तर
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: गंगा के जलस्तर में तेजी से कमी आने के बाद पानी अब खतरे के निशान के नीचे पहुंच गया है. इलाहाबाद, वाराणसी गाजीपुर के साथ-साथ बक्सर में भी तेजी से जलस्तर घट रहा है. फिलहाल प्रति घंटे 4 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर घट रहा है जबकि गाजीपुर में तकरीबन 10 और वाराणसी तथा इलाहाबाद में 8 सेंटीमीटर ज्यादा की रफ्तार से जलस्तर घट रहा है.
केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक गंगा का जलस्तर दिन में 12 बजे 60.34 तथा शाम 6:00 बजे बक्सर में 60.3 मीटर दर्ज किया गया जबकि शाम 8:00 बजे 59.95 मीटर तथा 9:00 बजे 59.91 मीटर दर्ज किया गया. जबकि रविवार सुबह जलस्तर 60.95 मीटर दर्ज किया गया था. ऐसे में लगभग 36 घंटे में जलस्तर 1 मीटर घट गया है.
जलस्तर घटने से जहां लोगों को राहत मिलने के आसार हैं वहीं, दूसरी तरफ बीमारी फैलने की भी आशंका है .बताया जा रहा है कि जिस हिसाब से जलस्तर घट रहा है उसके बाद निकलने वाली तेज दुर्गंध तथा सडांघ से लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा. जलजमाव में डूब कर मरे जीव-जंतुओं की बदबू तथा गंदगी आदि से बीमारियों के फैलने की आशंका है. ऐसे में बाढ़ प्रभावित इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर आदि के छिड़काव की आवश्यकता होगी.
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