अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि इन लोगों की आजमगढ़ जेल में बंद संदीप यादव से बातचीत होती है तथा यह दोनों उसे गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने बताया कि संदीप यादव के 12 डिजिट के एक यूनिक मोबाइल नंबर 994408789263 से व्हाट्सएप कॉलिंग एवं वीडियो कॉलिंग से बात होती रहती है.
पुलिस के गिरफ्त में पकड़े गए अपराधी तथा जेल में बंद संदीप यादव की फाइल फोटो |
- दहशत फैलाने के उद्देश्य से व्यवसायी के घर फायरिंग करने जा रहे थे अपराधी
- यूनिक नंबर के द्वारा अपराध कर्मियों से जुड़ा हुआ है संदीप यादव
- जेल में बंद होने के बावजूद लगातार संचालित कर रहा है गैंग
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: "उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जेल में बंद अपराधी संदीप यादव के इशारे पर व्यवसायी से रंगदारी मांगने की घटना उसकी मां के पंचायत चुनाव के लिए फंड तैयार करने हेतु अंजाम दी गई है. इसके अतिरिक्त उसके घर का भी निर्माण हो रहा है. साथ ही साथ उसे आपराधिक गैंग का भी संचालन करना है. ऐसे में उसे पैसों की आवश्यकता थी. जिसके लिए उसने व्यवसायियों से रंगदारी मांगने का काम शुरू किया है." यह कहना है एसपी नीरज कुमार सिंह का.
उन्होंने बताया कि अपराधी के द्वारा पैसों की मांग की गई थी तथा मांग पूरी नहीं होने पर व्यवसायी के साथ किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की कोशिश की जा रही थी लेकिन, पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेरते हुए उसके गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने यह स्वीकार किया है कि वह संदीप यादव गैंग के सदस्य हैं तथा संदीप यादव के इशारे पर व्यवसायी के घर पर फायरिंग करने के लिए एकत्रित हुए थे लेकिन पकड़े गए.
गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना मिली कि चौसा बाजार में कुछ अपराध कर्मी हथियार से लैस होकर किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में एकत्रित हुए हैं. सूचना के आलोक में छापेमारी टीम का गठन किया गया जिसमें मुफस्सिल थानाध्यक्ष एवं डीईआईयू टीम को शामिल किया गया. गठित टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए चौसा बाजार से स्थानीय निवासी रामबाबू पिता स्व रामाशंकर सिंह को एक देसी पिस्तौल एवं चार जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया. पुलिस कार्रवाई को देखकर एक व्यक्ति घटनास्थल से भागने लगा जिसे पुलिस के द्वारा खदेड़ कर पकड़ लिया गया. पकड़े गए व्यक्ति का नाम-पता पूछने पर उसने अपना नाम शमशाद खान, पिता-कयामुद्दीन खान तथा पता नगर थाना क्षेत्र के खलासी मोहल्ला बताया.
दोनों अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि इन लोगों की आजमगढ़ जेल में बंद संदीप यादव से बातचीत होती है तथा यह दोनों उसे गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने बताया कि संदीप यादव के 12 डिजिट के एक यूनिक मोबाइल नंबर 994408789263 से व्हाट्सएप कॉलिंग एवं वीडियो कॉलिंग से बात होती रहती है. संदीप ने बताया था कि नालबंद टोली में एक कपड़ा व्यवसायी कमलेश यादव है जो जमीन का भी कारोबार करता है. उससे संदीप के द्वारा रंगदारी मांगी जा रही थी. वह रंगदारी देने में टालमटोल कर रहा था. इसी बात पर दबाव बनाने के लिए संदीप ने इन दोनों को व्यवसायी के घर पर गोलीबारी करने का निर्देश दिया था.
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