वीडियो : सड़क दुर्घटनाओं में तेजी, जनवरी से अब तक 72 की मौत, 71 घायल, डीटीओ ने दिया यह संदेश ..

पिछले वर्ष जहां जनवरी से अगस्त माह तक 90 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी जिनमें 68 मृतक तथा 22 घायल थे. वहीं, अबकी बार अगस्त तक जिलेभर में हुई 72 सड़क दुर्घटना में 72 लोगों की मौत हो गई है वही 71 घायल हैं. इनमें अकेले एनएच-84 पर 32 एक्सीडेंट हुए जिनमें 29 की मौतें हुई तथा 27 घायल हुए हैं.

 





- पिछले वर्ष से बढ़ा है मौतों का आंकड़ा, लगातार वृद्धि चिंताजनक
- जिला परिवहन पदाधिकारी अभिभावकों तथा प्रबुद्ध जनों को पढ़ा रहे जिम्मेदारी का पाठ

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सड़कों पर बेलगाम रफ्तार तथा अनियंत्रित परिचालन के कारण सड़क दुर्घटनाओं में लगातार इजाफा होता जा रहा है। वही हेलमेट नहीं पहने होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों एवं मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इस वर्ष जनवरी से अगस्त तक 72 लोगों की मौत हो गई है वहीं, 71 लोग घायल हो गए हैं.

जिला परिवहन पदाधिकारी के मनोज रजक के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ने के कारण एक साथ कई जिंदगानियां तबाह हो जाती हैं. लोगों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाता है. उन्होंने बताया कि किसी एक व्यक्ति के सड़क दुर्घटना में मृत्यु के पश्चात उस पर आश्रित कम से कम चार लोग आर्थिक संकट से जूझने लगते हैं. इतना ही नहीं अभिभावकों की अनदेखी के कारण भी 25 से 35 वर्ष के ज्यादातर युवा अपनी पूरी जिंदगी नहीं जी पाते.



पिछले वर्ष तकरीबन एक माह तक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन करने के बाद भी 'सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा' के स्लोगन का अनुपालन होता नहीं दिख रहा है. हालात यह हैं कि पिछले वर्ष कुछ सख्ती करने के बाद जहां हेलमेट पहनने वालों की संख्या जिला परिवहन पदाधिकारी 50 फीसद बता रहे थे वहीं, अब यह संख्या 10 फीसद तक नजर आ रही है. नतीजा यह हो रहा है कि लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. पिछले वर्ष जहां जनवरी से अगस्त माह तक 90 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी जिनमें 68 मृतक तथा 22 घायल थे. वहीं, अबकी बार अगस्त तक जिलेभर में हुई 72 सड़क दुर्घटना में 72 लोगों की मौत हो गई है वही 71 घायल हैं. इनमें अकेले एनएच-84 पर 32 एक्सीडेंट हुए जिनमें 29 की मौतें हुई तथा 27 घायल हुए हैं.

केवल सड़क सुरक्षा माह में ही रहा नियमों के प्रति जागरूकता का ध्यान:

बताया जा रहा है कि जितनी भी मौतें हुई है उनमें ज्यादातर सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना करने के कारण हुई हैं. जानकार बताते हैं कि बिना हेलमेट बाइक चलाते हुए दुर्घटना के शिकार हुए 90 फीसद लोग मौत के शिकार हो जाते हैं. बावजूद इसके सड़क पर बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने की समझदारी कम ही लोग दिखाते हैं. पिछले वर्ष विभिन्न जागरूकता अभियान चलाए जाने के पश्चात सड़क पर तकरीबन 60 फीसद लोग हेलमेट पहले देखे जा रहे थे लेकिन, अब यह संख्या घटकर केवल 10 फीसद रह गई है. इसके अलावा चार पहिया व दोपहिया वाहनों के चालकों के द्वारा ओवर स्पीडिंग भी दुर्घटना का एक कारण है.

पिछले वर्ष तथा इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं के तुलनात्मक आंकड़े:

2020                               2021   
दुर्घटना, मौत घायल           दुर्घटना, मौत, घायल

जनवरी  11,  8, 3               9,  8,  4
फरवरी  8, 8, 7                   5,  5,  7
मार्च 11, 6,  11                  13, 12, 15
अप्रैल 7, 8, 6                     14, 17, 12
मई  8, 4, 8,                       12,  10, 10
जून 13, 11, 11                  8,  3,  1
जुलाई  10, 9, 8                  10,   7,    7
अगस्त  7, 6, 6                    14, 10,  9

बढ़ गई जुर्माना राशि, मगर नहीं बढ़ी जागरूकता :

बताया जा रहा है कि पिछले 3 सालों में हेलमेट नहीं पहनने के कारण जुर्माने की राशि 100 रुपये से बढ़ाकर 1 हज़ार रुपये कर दी गई. बावजूद इसके अब भी तमाम ऐसे लोग हैं, जो हेलमेट पहनकर निकलना अपनी शान के खिलाफ समझते हैं. ऐसे में जिला मुख्यालय की सड़कों पर ही केवल 10 फीसद लोग हेलमेट पहने नजर आते हैं. जिला परिवहन पदाधिकारी के मुताबिक हेलमेट नहीं पहनने वालों में लोकल लोगों की संख्या ज्यादा है जबकि वही लोग जुर्माने से बचने के लिए दूसरे शहरों में जाने पर हेलमेट पहनकर ही परिचालन करते हैं.

कहते हैं अधिकारी :

ओवर स्पीडिंग के साथ ही हेलमेट ना पहनना मौत को साक्षात निमंत्रण देने जैसा है. यदि बिना हेलमेट पहने वाहन चला रहे लोगों की जान सड़क दुर्घटना में बच भी जाए तो अंग भंग होने से उनका जीवन नारकीय हो जाता है. ऐसे में वाहन चालकों, खासकर युवा वाहन चालकों के अभिभावकों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए यदि वह अपने बच्चों को लाखों रुपयों की मोटरसाइकिल खरीद कर देते हैं तो हेलमेट पहनने की आदत अपनाने की बात जरूर समझानी ही चाहिए.

मनोज रजक
जिला परिवहन पदाधिकारी

वीडियो :








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