बुधनपुरवा निवासी किशोर ने आरा बालगृह में लगाई फाँसी, दहशत से 10 बाल बंदी फरार ..

इस घटना के बाद पर्यवेक्षण गृह में  अन्य बच्चों के बीच दहशत पैदा हो गई, जिसके बाद पर्यवेक्षण गृह से 10 के संख्या में बच्‍चे गेट तोड़कर भाग निकले. शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद पुलिस भागने वाले बच्‍चों की तलाश में जुटा गया है लेकिन, शनिवार की दोपहर तक उनका कोई पता नहीं चल सका है.

 





- बक्सर के बुधनपुरवा मोहल्ले का निवासी है मृतक
- लड़की भगाने के आरोप में किया गया था गिरफ्तार

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भोजपुर जिले के बाल पर्यवेक्षण गृह में बक्सर के एक किशोर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह जिला मुख्यालय के बुधनपुरवा मोहल्ले का निवासी है. उसे लड़की भगाने के मामले में पकड़ने के बाद आरा नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित पर्यवेक्षण गृह में लाए जाने के बाद उसे क्‍वारंटाइन कक्ष में रखा गया था. क्‍वारंटाइन कक्ष के बाथरूम से ही उसकी लाश मिली है. चर्चा है कि बच्‍चे ने खुदकुशी कर ली है. इस घटना के बाद पर्यवेक्षण गृह में  अन्य बच्चों के बीच दहशत पैदा हो गई, जिसके बाद पर्यवेक्षण गृह से 10 के संख्या में बच्‍चे गेट तोड़कर भाग निकले. शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद पुलिस भागने वाले बच्‍चों की तलाश में जुटा गया है लेकिन, शनिवार की दोपहर तक उनका कोई पता नहीं चल सका है.

बुधनपुरवा का निवासी था किशोर :

मृत किशोर जिले के नगर थाना क्षेत्र के बुधनपुरवा मुहल्‍ले का निवासी है. आरा बाल पर्यवेक्षण गृह के प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक बाल पयर्वेक्षण गृह में कुल 87 बच्‍चे आवासित हैं. इनमें 14 बच्‍चे क्‍वारंटाइन कक्ष में रहते हैं. यह किशोर भी उनमें शामिल था. किशोर प्रेम प्रसंग में किशोरी के अपहरण के मामले में छह अक्टूबर को वहाँ बभेजा गया था.

भोजन के बाद चला गया था बाथरूम :

शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे हर दिन की तरह बाल गृह माता रेखा देवी ने सभी बच्‍चों को खाना दिया. खाना खाने के बाद बक्‍सर के किशोर ने बाथरूम में जाकर उसका दरवाजा बंद कर लिया. इसके बाद उसने गले में गमछा बांध कर फांसी लगा ली. काफी देर बाद भी जब बाथरूम का दरवाजा नहीं खुला तो अन्य किशोरों ने शोर मचाना शुरू किया.

अस्‍पताल ले जाने के दौरान हुई मौत : 

बच्‍चों के शोर की आवाज सुनने के बाद बाद सभी लोग वहां पहुंचे और बाथरूम का दरवाजा तोड़कर किशोर को बाहर निकाला. उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ला रहे थे, तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. दूसरी ओर प्रभारी अधीक्षक रवि शंकर वर्मा ने बताया कि वह बाल गृह में आने के बाद एक बार पहले भी फिनाइल पी लिया था, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी. इसके बाद उसका इलाज भी कराया गया था.

मृतक किशोर के बड़े भाई ने बताया कि वह मुहल्‍ले की ही एक लड़की को लेकर दिल्ली भाग गया था. इसको लेकर लड़की के परिवार वालों द्वारा स्थानीय थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिसिया दबिश के कारण परिवार वालों ने दिल्ली से दोनों लड़का-लड़की को पकड़ कर लाया गया था और उन्हें स्थानीय थाना में ले जाकर पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया था. इसके बाद पुलिस ने किशोर को आरा स्थित बाल पर्यवेक्षण गृह भेज दिया था. इस घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया है.











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