बताया कि डॉ० एहसान अहमद 1995 में मोतिहारी जिले के सिविल सर्जन के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जिसके बाद बक्सर में उन्होंने अपना जीवन बिताया और लोगों को सेवाएं दी. उनका चला जाना चिकित्सा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
- कैंसर से पीड़ित चिकित्सक ने 90 वर्ष की अवस्था में ली अंतिम साँस
- पैतृक गांव में किया जाएगा सुपुर्द ए खाक
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर अहमद का लंबी बीमारी के बाद 90 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया. वह पैंक्रियाज के कैंसर से पीड़ित थे. उनका इलाज पीजीआई लखनऊ से चल रहा था. फिलहाल वह कानपुर में अपनी पुत्री के घर पर रह कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे. इसी दौरान शनिवार की सुबह तकरीबन 6:30 बजे उनका निधन हो गया.
उनके पुत्र गुड्डू खान के मुताबिक रविवार को उनका पार्थिव शरीर सुपुर्द ए खाक किया जाएगा. वह मूल रूप से गाजीपुर जिले के गोडसरा गांव के निवासी थे. गांव में ही उनकी पत्नी कि कब्र बनाई गई है. उनकी इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनकी भी कब्र वहीं भी वही बनाई जाए. रविवार को उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हें गाँव पर ही सुपुर्द ए खाक कर दिया जाएगा.
उधर उनके निधन की सूचना मिलते ही जिले के चिकित्सकों के बीच शोक की लहर दौड़ पड़ी. प्रसिद्ध चिकित्सक तथा साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल के निदेशक डॉ० दिलशाद आलम ने अस्पताल परिसर में एक शोक सभा का आयोजन किया जिसमें दिवंगत चिकित्सक के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया. डॉक्टर दिलशाद ने बताया कि डॉ० एहसान अहमद 1995 में मोतिहारी जिले के सिविल सर्जन के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जिसके बाद बक्सर में उन्होंने अपना जीवन बिताया और लोगों को सेवाएं दी. उनका चला जाना चिकित्सा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
चिकित्सा जगत में दौड़ी शोक की लहर :
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ०महेंद्र प्रसाद तथा सचिव डॉ० वी०के० सिंह ने भी उनके निधन को बेहद कष्टकारी बताते हुए कहा है कि चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. विश्वामित्र अस्पताल के निदेशक डॉ० राजीव झा, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ० गांगेय राय, डॉ० तनवीर फरीदी, डॉ०पी०के० पांडेय ने भी डॉ० अहसान अहमद के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की तथा दिवंगत आत्मा की शांति तथा परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना ईश्वर से की है.
रेडक्रॉस के पदाधिकारियों ने भी दी श्रद्धांजलि :
रेडक्रॉस के सचिव डॉ०श्रवण कुमार तिवारी ने चिकित्सक के निधन को जिलेवासियों के लिए एक बड़ा नुकसान बताया है. उपाध्यक्ष डॉ० शशांक शेखर ने भी चिकित्सक के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. कोषाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, आपदा प्रबंधक डॉ० हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने भी चिकित्सक के निधन को चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है.
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