एनएच-84 के निर्माण में लगी कंपनी के कर्मी को बनाया बंधक, मांगी रंगदारी ..

कर्मियों के द्वारा समझाने बुझाने पर वह घर चले गए लेकिन कुछ देर के बाद अपने भाई तथा अन्य तीन चार अज्ञात लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और पुनः मुकेश कुमार को बंधक बनाकर ले जाने लगे. कर्मियों ने विरोध किया तो उसे भी मारपीट की तथा मुकेश कुमार को लेते चले गए बाद में उन्होंने 1 लाख रुपये की मांग की और कहा कि अगर वो पैसे नहीं देंगे तो मुकेश कुमार को नहीं छोड़ा जाएगा. 

 






- कृष्णाब्रह्म थाने में दर्ज कराई गई नामजद प्राथमिकी
- उसी कंपनी में कार्यरत है आरोपी


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा आवंटन मिलने के बाद भोजपुर जिले से लेकर बक्सर जिले तक फोरलेन सड़क निर्माण में कार्यरत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड के एक कर्मी को बंधक बनाकर मारने पीटने और उससे एक लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है. मामले में कंपनी के अधिकारियों के द्वारा कृष्णाब्रह्म थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. 


घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए कंपनी के अधिकारी दिलीप कुमार वर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी में कार्यरत ढकाइच गांव के निवासी लक्ष्मण सिंह तथा उनके भाई शंभू यादव ने कंपनी के ही ट्रांजिट मिक्सर वाहन के चालक मुकेश कुमार के साथ मारपीट की साथ ही उसे जबरन बंधक बनाकर लेते गए और 1 लाख रुपये बतौर रंगदारी की मांग करने लगे. 

दरअसल, लक्ष्मण सिंह अपनी मोटरसाइकिल लेकर कंपनी के परिसर में पहुंचे हुए थे. उन्होंने अपनी बाइक को ट्रांजिट मिक्सर वाहन के पीछे लगा दिया था. भूलवश चालक मुकेश कुमार द्वारा उसमें टक्कर मार दी गई जिसके बाद वह आग-बबूला हो गए और उनके साथ मारपीट करने लगे. 

मौके पर मौजूद अन्य कर्मियों के द्वारा समझाने बुझाने पर वह घर चले गए लेकिन कुछ देर के बाद अपने भाई तथा अन्य तीन चार अज्ञात लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और पुनः मुकेश कुमार को बंधक बनाकर ले जाने लगे. कर्मियों ने विरोध किया तो उसे भी मारपीट की तथा मुकेश कुमार को लेते चले गए बाद में उन्होंने 1 लाख रुपये की मांग की और कहा कि अगर वो पैसे नहीं देंगे तो मुकेश कुमार को नहीं छोड़ा जाएगा. अंततः मामले को लेकर कृष्णाब्रह्म थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई, इसके बाद से उन्होंने मुकेश कुमार को छोड़ दिया. मामले में थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जाँच की जा रही है.








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