छठ पूजा : अधिकारियों के साथ गंगा घाटों का निरीक्षण कर, एसडीएम ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश ..

अनुमंडल पदाधिकारी ने नगर परिषद के अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि छठ के पूर्व हर हाल में गंगा घाटों की साफ-सफाई पूरी कर ली जाए वहीं, पानी में बह रहे मवेशियों के शवों को देखकर भी उन्होंने आपत्ति जताई और कहा कि छठ आस्था और पवित्रता का पर्व है, ऐसे में इस तरह की स्थिति कहीं भी देखने को ना मिले. 
गंगा घाटों का निरीक्षण करते एसडीएम व अन्य




- नगर परिषद के अधिकारियों के साथ गंगा घाटों का निरीक्षण करने निकले थे एसडीएम
- कहा, हर हाल में छठ के पूर्व हो जानी चाहिए गंगा घाटों की सफाई

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : आगामी छठ पर्व को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा के द्वारा स्टीमर में बैठकर गंगा घाटों का निरीक्षण किया गया. उनके साथ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूप तथा सिटी मैनेजर असगर अली भी मौजूद थे. 



इस दौरान नगर के रामरेखा घाट, गोला घाट, सिपाही घाट, सोमेश्वर स्थान घाट, गायत्री घाट, फुआ घाट, लक्ष्मी नारायण घाट, नाथ बाबा घाट, किला घाट (नाथ बाबा घाट से पूरब) जहाज घाट, बांग्ला घाट एवं सूर्य मंदिर घाट, सती घाट, गोला घाट, सिद्धनाथ घाट, जज घाट, अंबेडकर घाट, बुधनपुरवा घाट तथा शिवाला घाट समेत 17 गंगा घाटों का निरीक्षण किया गया तथा छठ पर्व के मद्देनजर सुरक्षा के इंतजाम किए जाने के निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा दिए गए. निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने बताया कि गंगा में 3-4 फीट से आगे जाने के बाद अचानक से गहराई बढ़ जाती है जो कि खतरे का कारण बनती है. जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि ऐसे में आवश्यक रूप से सभी गंगा घाटों की बैरिकेडिंग कराई जाए ताकि लोग एक निश्चित दूरी के आगे गंगा में ना जाएं. 



साइन बोर्ड लगा कर लोगों को दी जाएगी गंगा घाटों की जानकारी : 

इसके साथ ही रामरेखा घाट जैसे ऐतिहासिक घाट पर अत्यधिक भीड़ के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया कि सभी घाटों का अपना ऐतिहासिक व पौराणिक इतिहास है, ऐसे में घाटों के बारे में बाहर से आने वाले लोगों को जानकारी देने के लिए घाटों के बाहर सड़क पर ऐसी जगह साइन बोर्ड लगाया जाएं जिन्हें देखकर लोग आसानी से घाटों तक पहुंच सके. अनुमंडल पदाधिकारी ने नगर परिषद के अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि छठ के पूर्व हर हाल में गंगा घाटों की साफ-सफाई पूरी कर ली जाए वहीं, पानी में बह रहे मवेशियों के शवों को देखकर भी उन्होंने आपत्ति जताई और कहा कि छठ आस्था और पवित्रता का पर्व है, ऐसे में इस तरह की स्थिति कहीं भी देखने को ना मिले. इसके अतिरिक्त पर्व के दौरान भीड़भाड़ की बेहतर तरीके से निगरानी करने के लिए वॉच टावर बनाने के भी निर्देश दिए गए.






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