बताया कि बंदियों के बीच सकारात्मक हंसी का अभाव है. हंसी के लिए वह मुहताज रहते हैं. वह ये भूल चुके होते हैं कि मन से अथवा आत्मा से कैसे हँसा जाता है? मंगलवार को कैदियों के बीच पहुंचे लाफिंग बुद्धा के द्वारा उन्हें स्वच्छंद हंसी से परिचित कराया गया.
- केंद्रीय कारा के बंदियों के बीच पहुँचे हास्य प्रवीण नागेश्वर दास उर्फ लॉफिंग बुद्धा
- कारा अधीक्षक ने बताया सकारात्मकता की ओर एक प्रयास, कैदियों ने की फिर से बुलाने की मांग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: केंद्रीय कारा में बंद कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से मंगलवार को उनके बीच हास्य नागेश्वर दास उर्फ लाफिंग बुद्धा पहुँचे. उन्होंने कैदियों को सकारात्मक हंसी के बारे में बताया. कैदियों को संबोधित करते हुए उन्हें हास्य के माध्यम से नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलने की युक्ति बताई.
इस बाबत जानकारी देते हुए कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि बंदियों के बीच सकारात्मक हंसी का अभाव है. हंसी के लिए वह मुहताज रहते हैं. वह ये भूल चुके होते हैं कि मन से अथवा आत्मा से कैसे हँसा जाता है? मंगलवार को कैदियों के बीच पहुंचे लाफिंग बुद्धा के द्वारा उन्हें स्वच्छंद हंसी से परिचित कराया गया. उन्होंने अपने अभिनय के द्वारा बंदियों को दुश्मनों से भी प्रेम करना सिखाया. वहीं, समाज के मुख्यधारा में जुड़ने पर समाज के लोगों तथा अपने पड़ोसियों मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए जाने का संदेश दिया. इस कार्यक्रम के दौरान कैदी काफी खुश दिखे तथा उन्हें पुनः कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया. कार्यक्रम के दौरान कारा अधीक्षक के साथ-साथ उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह समेत कई काराकर्मी एवं कैदी मौजूद रहे.
0 Comments